बंगाली भाषा पर तकरार, ममता सरकार के खिलाफ विरोध मार्च
पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य के सभी स्कूलों में बंगाली भाषा को अनिवार्य कर दिया है। न सिर्फ सरकारी बल्कि सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों, निजी स्कूलों को भी तीन भाषा की पॉलिसी को मानना होगा।
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के सभी स्कूलों में बंगाली भाषा को अनिवार्य किए जाने का विरोध हो रहा है। दार्जिलिग में गोरखा जन मुक्ति मोर्चा ने ममता सरकार के फैसले का जमकर विरोध किया। गोरखा जन मुक्ति मोर्चा ने ममता सरकार के खिलाफ विरोध मार्च निकाला है।
गोरखा जन मुक्ति मोर्चा ने दार्जिलिंग हिल्स इलाके में अनिश्चितकालीन बंद की भी घोषणा की है। इसी बीच खबर है कि उतरी बंगाल स्टेट ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन की बसे हर दो घंटे पर सुबह 6 से शाम 6 तक चलेंगी। वहीं बागदोगरा एयरपोर्ट भी सुबह पांच बजे से खुला रहेगा।
सूबे में हो रहे विरोध को लेकर ममता बनर्जी ने एक बैठक बुलाई है। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य के सभी स्कूलों में बंगाली भाषा को अनिवार्य कर दिया है। न सिर्फ सरकारी बल्कि सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों, निजी स्कूलों को भी तीन भाषा की पॉलिसी को मानना होगा। अभी तक अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में बच्चों के पास बंगाली भाषा चुनने और छोडऩे का विकल्प होता था लेकिन नए नियमों के अनुसार सरकार ने ये अनिवार्य कर दिया है कि स्टूडेंट्स को मातृभाषा, क्षेत्रीय भाषा और अंतर्राष्ट्रीय भाषा तीनों भाषाएं सीखना अनिवार्य है।