गोरखपुर हादसा: मुश्किल में योगी सरकार, न्यायिक जांच की मांग को लेकर हाई कोर्ट में याचिका दाखिल
लखनऊ। गोरखपुर हादसा अब उत्तर प्रदेश सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहा है। बुधवार को सोशल एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका (पीआईएल) दाखिल कर गोरखपुर हादसे को लेकर न्यायिक जांच की मांग की है।
एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर की याचिका के अनुसार, राज्य सरकार तथा उसके प्रशासन द्वारा लगातार मीडिया में आ रही ऑक्सीजन की कमी से मौत होने की खबर को नकारा जा रहा है। जिससे ऐसा सन्देश जा रहा है जैसे सरकार दोषियों और तथ्यों को छिपाने की कोशिश कर रही है।
ठाकुर ने बताया कि इस हादसे को लेकर न्यायिक जांच होनी चाहिए ताकि सच सामने आ सके ताकि दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिल सके। ठाकुर ने कहा कि इस हादसे को लेकर बड़े पैमाने पर लोगों का मानना है कि राज्य मुख्य सचिव के तहत जांच आयोग केवल औपचारिक भूमिका निभाएगा।
ठाकुर ने अपने याचिका में यह भी मांग की है कि सरकारी डॉक्टरों द्वारा प्राइवेट प्रैक्टिस पूरी तरह से बंद होनी चाहिए। गौरतलब है कि पिछले एक सप्ताह में गोरखपुर के बीआरडी हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की कमी की वजह से 60 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई थी।