PM मोदी बोले- बीजेपी की फंडिंग कहां से होती है ये जानना जनता का हक
पीएम के इस भाषण को कालाधन के खिलाफ एक और कदम माना जा रहा है। उन्होंने साफ संकेत दिए हैं कि वह इसे लेकर बजट सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा कर सकते हैं।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि लोगों को यह जानने का अधिकार है कि उनकी पार्टी को चंदा कहां से मिल रहा है और उनकी आय का स्रोत क्या है। उन्होंने कहा कि बीजेपी इस बात की जानकारी देने में बिल्कुल नहीं हिचकेगी। प्रधानमंत्री ने दूसरी पार्टियों से भी अपनी आय के स्रोतों को सार्वजनिक करने की अपील ही है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों से पहले पीएम मोदी का यह दांव काफी अहम माना रहा है।
बजट
सत्र
से
पहले
सभी
दलों
की
बैठक
में
उठ
सकता
है
मुद्दो
बीजेपी
की
राष्ट्रीय
कार्यकारिणी
बैठक
में
प्रधानमंत्री
मोदी
ने
वादा
किया
कि
उनकी
पार्टी
अपनी
आय
के
स्रोतों
का
खुलासा
करेगी।
मोदी
ने
कहा,
'लोगों
को
यह
जानने
का
अधिकार
है
कि
आखिर
हमारी
इनकम
का
सोर्स
क्या
है
और
हमें
कहां
से
फंड
मिलता
है।'
पीएम
के
इस
भाषण
को
कालाधन
के
खिलाफ
एक
और
कदम
माना
जा
रहा
है।
उन्होंने
साफ
संकेत
दिए
हैं
कि
वह
इसे
लेकर
बजट
सत्र
से
पहले
सर्वदलीय
बैठक
में
इस
मुद्दे
पर
चर्चा
कर
सकते
हैं।
पढ़ें: गरीब और गरीबी चुनाव जीतने का माध्यम नहीं, पीएम की 7 बातें
20
हजार
से
ऊपर
के
चंदे
पर
देनी
होती
है
जानकारी
सूत्रों
के
मुताबिक,
सर्वदलीय
बैठक
में
राजनीतिक
दलों
को
मिलने
वाले
फंड
से
जुड़े
मुद्दों
पर
चर्चा
होगी।
पार्टियों
को
मिलने
वाले
चंदे
का
ज्यादातर
हिस्सा
अज्ञात
सोर्स
से
आता
है।
बीजेपी
और
कांग्रेस
जैसी
बड़ी
पार्टियां
भी
उससे
अछूती
नहीं
हैं।
संसद
के
बजट
सत्र
में
इस
पर
चर्चा
की
जा
सकती
है।
यह
भी
उम्मीद
जताई
जा
रही
है
कि
31
जनवरी
से
शुरू
हो
रहे
बजट
सत्र
में
इस
पर
कोई
महत्वपूर्ण
बिल
लाया
जा
सकता
है।
हालांकि
यह
महज
अटकलें
हैं।
सरकार
से
जुड़े
अधिकारियों
का
कहना
है
कि
मोदी
कालेधन
और
पार्टियों
की
फंडिंग
को
लेकर
काफी
गंभीर
हैं।
बता
दें
कि
वर्तमान
में
राजनीतिक
दलों
को
20
हजार
रुपये
से
कम
के
चंदे
का
हिसाब
नहीं
देना
होता
है
लेकिन
इसके
ऊपर
चंदा
देने
वाले
की
जानकारी
देनी
पड़ती
है।
ऐसे
में
ज्यादातर
पार्टियों
में
20
हजार
के
ऊपर
की
रकम
को
अज्ञात
के
नाम
ही
दान
किया
जाता
है।