नीतीश का कन्हैया को सम्मान देना कहीं मिशन 2019 का हिस्सा तो नहीं?
पटना (मुकुन्द सिंह)। लगता है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नजर अब बिहार से ज्यादा दिल्ली की गद्दी पर है। बिहार से दिल्ली की गद्दी पर तक पहुंचने में नीतीश कुमार को कई ऐसे मोदी विरोधी चेहरे की तलाश है, जिससे आगामी लोकसभा चुनाव में उन्हें फायदा मिल सकता है।
कन्हैया साहब बन गये, 2 DSP, 100 पुलिसकर्मी सुरक्षा में
हम बात कर रहे हैं देश द्रोह के आरोप पर जेल से बाहर आने के बाद अपने गृह राज्य बिहार पहुंचे जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार की। जैसे ही कन्हैया नई दिल्ली के पटना एयरपोर्ट पहुंचे उनकी सुरक्षा में 2डीएसपी के साथ -साथ सैकड़ों पुलिसकर्मी तैनाथ थे।
नीतीश का कन्हैया को सम्मान देना कहीं मिशन 2019 तो नहीं?
कन्हैया को मिला वीवीआईपी ट्रीटमेंट
वही जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार को रिसीव करने के लिए जदयू के पार्टी प्रवक्ता नीरज कुमार वहां पर पहले से ही उपस्थित थे। इसके बाद राजधानी के वीआईपी सुरक्षा कर्मियों के काफिले के साथ कन्हैया राजधानी भ्रमण को निकले।
कन्हैया की खातिरदारी और मेहमाननवाजी
बिहार में जिस तरह से कन्हैया की खातिरदारी और मेहमाननवाजी हुई इसे देखकर यह लगता है कि नीतीश कुमार को मोदी विरोधी जिस चेहरे की तलाश थी वह मिल गई है। जिससे आगामी लोकसभा चुनाव मे मोदी पर वार किया जा सकता है।
भाजपा ने कहा कि राज्य के लिए यह शर्म का दिन
हालाकि कन्हैया कुमार के जोरदार स्वागत पर भाजपा ने कहा कि राज्य के लिए यह शर्म का दिन है लेकिन सत्ता पक्ष को इस आलोचना से कोई फर्क पड़ता नहीं दिख रहा।