J&K: गणतंत्र दिवस से पहले घुसपैठ की कोशिश कर रहे जैश के 6 आंतकी ढेर
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों को सोमवार को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। जम्मू कश्मीर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के संयुक्त ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मोहम्मद के छह आतंकवादियों को मार गिराया। अंधेरे का फायदा उठाकर जैश के ये आतंकी उरी के दुलांजा में सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। सुरक्षाबलों को जैसे ही इस घुसपैठ की खबर लगी उन्होंने इलाके की घेराबंदी कर दी।
जब आतंकवादी सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे तभी सुरक्षाबलों ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की। लेकिन चारों ओर से अपने आप को घिरा देख आंतकवादियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग करनी शुरू कर दी। आतंकवादियों की ओर से की जा रही फायरिंग का सुरक्षाबलों ने मुंहतोड़ जबाव दिया। दोनों ओऱ से काफी देर तक चली फायरिंग ने चारों आतंकी ढेर हो गए। कार्रवाई के दौरान दो जैश आतंकवादी छिप गए थे जिन्हें बाद में सुरक्षा एजेंसियों ने तलाशी अभियान चलाकर मार गिराया।
गणतंत्र दिवस से पहले इस बड़ी घुसपैठ को नाकाम करने में सफल रहे सुरक्षाकर्मियों के लिए यह बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि आतंकवादी 26 जनवरी पर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक से भारतीय सीमा में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे। सुरक्षाबलों ने पांच आतंकवादियों के शव बरामद कर लिए है। एक की तलाश जारी है।
जम्मू कश्मीर पुलिस के महानिदेशक शेष पॉल वैद्य ने बताया कि जैश-ए-मोहम्मद के ये आतंकवादी दुलांजा उरी इलाके में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में इन छह आतंकवादियों को मार गिराया गया। ये सभी फिदायीन आतंकी बताए जा रहे हैं।
इससे पहले जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने शनिवार को आतंक की एक बड़ी साजिश को नाकाम किया था। आशंका जताई जा रही है कि इस आईईडी को सुरक्षाबलों के किसी काफिले पर हमले के उद्देश्य से लगाया गया था। उरी वाला इलाका पाकिस्तानी आतंकवादियों के निशाने पर काफी समय से बना हुआ है। बीते शुक्रवार को पाकिस्तानी सेना ने उरी में सीजफायर उल्लंघन किया था। जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया था।