कांग्रेस छोड़ने वाले पूर्व विधायक ने कहा- दिग्विजय सिंह को अब राजनीति छोड़ देनी चाहिए
विश्वजीत राणे ने पार्टी छोड़ने के एक दिन बाद कहा कि दिग्विजय सिंह को अब राजनीति छोड़ देनी चाहिए। गोवा में सरकार बनाने को लेकर कांग्रेस नेतृत्व ने बड़ी गलती की।
पणजी। गोवा के पूर्व विधायक विश्वजीत राणे ने कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को अब संन्यास ले लेना चाहिए। विश्वजीत राणे ने गुरुवार को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। गोवा में बहुमत परीक्षण के दौरान भी विश्वजीत राणे विधानसभा में उपस्थित नहीं हुए थे, जबकि पार्टी की ओर व्हिप जारी किया गया था।
विश्वजीत राणे का कांग्रेस पर निशाना
विश्वजीत राणे ने पार्टी छोड़ने के एक दिन बाद कहा कि दिग्विजय सिंह को अब राजनीति छोड़ देनी चाहिए। जिस तरह से गोवा में सरकार बनाने को लेकर कांग्रेस नेतृत्व ने गलती की, बहुमत के करीब होने के बाद भी पार्टी की ओर से सरकार बनाने को लेकर कोई पहल नहीं की गई, विश्वजीत राणे के मुताबिक ये पार्टी की बड़ी गलती है। मैं नहीं जानता कि दिग्विजय सिंह वास्तव में कैसे गोवा में सरकार बनाने की कवायद में जुटे हुए थे। उनके रवैये को देखकर कहीं से नहीं लगा कि वो गोवा में सरकार बनाने की कोई कोशिश कर रहे थे।
विश्वजीत राणे, पूर्व मुख्यमंत्री प्रतापसिंह राणे के बेटे हैं। उन्होंने गोवा में कांग्रेस विधायक दल की बैठक पर सवाल खड़े करते हुए, इसे मजाक करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक काफी देर तक हुई लेकिन इसमें कोई फैसला नहीं लिया गया। लगभग पूरा दिन बैठक का दौर चला लेकिन परिणाम कुछ नहीं निकला। उन्होंने कहा कि दूसरी ओर बीजेपी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दिल्ली में अपने नेताओं से बातचीत की। बिना वक्त गंवाए गठबंधन का फैसला लिया।
बीजेपी ने जब अपने सहयोगी दलों के समर्थन का दावा राज्यपाल को सौंपा तो कांग्रेस पार्टी जागी, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। राणे के मुताबिक गोवा फॉरवर्ड पार्टी ने कांग्रेस से समर्थन की ओर संकेत किया था, हालांकि उन्होंने दिगंबर कामत को विधायक दल का नेता चुनने की मांग की थी। पार्टी की ओर से जीएफपी से बातचीत में समय लगा, जिसकी वजह से उन्होंने सरकार बनाने का वक्त गंवा दिया। राणे ने कहा कि अगर मैं जीता तो मनोहर पर्रिकर सरकार का समर्थन करुंगा। मैं विपक्ष में नहीं बैठ सकता, इसकी वजह भी है क्योंकि लोगों को अगले पांच साल हमसे कई आकांक्षाएं हैं। बता दें कि गोवा में मनोहर पर्रिकर की सरकार है। गुरुवार को ही पर्रिकर सरकार ने विधानसभा में बहुमत हासिल किया है। सरकार के पक्ष में 22 और विपक्ष में 16 वोट पड़े।
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