जब महिला की फरियाद पर बोलीं सुषमा, मदद नहीं कर पाऊंगी
महज एक ट्वीट से ही किसी की भी मदद करने वाली सुषमा स्वराज ने ईरानी मूल की एक महिला की मदद करने से मना कर दिया। जानिए आखिर क्या है पूरा मामला।
नई दिल्ली। यूं तो विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ट्विटर के जरिए उनसे मदद मांगने वाले हर व्यक्ति की मदद करती हैं, लेकिन इस बार उन्होंने एक महिला की फरियाद पर उसे कहा है कि वह उसकी मदद नहीं कर सकती हैं। दरअसल, ओडिशा में ईरानी मूल की एक महिला के खिलाफ कोर्ट में केस चल रहा है। ईरानी मूल की इस महिला का नाम नरगिस है, जिसे 3 लाख रुपए का जुर्माना और एक साल कैद की सजा सुनाई गई है। आपको बता दें कि महिला की गुजारिश के बाद एक दिन पहले ही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस मामले पर रिपोर्ट मांगी थी।
ये
भी
पढ़ें-
अखिलेश-मुलायम
के
बीच
पैचअप
में
पढ़िए
क्या
रही
आजम
की
भूमिका?
दरअसल,
नरगिस
ओडिशा
के
रायगढ़
में
एक
अनाथ
आश्रम
चलाया
करती
थीं।
2014
में
एक
ट्रिप
के
दौरान
उनके
अनाथ
आश्रम
से
जुड़े
एक
दंपति
का
बच्चा
गायब
हो
गया,
जिसके
लिए
नरगिस
को
ही
जिम्मेदार
माना
गया।
काफी
समय
से
नरगिस
को
रिहा
करने
की
मांग
को
लेकर
सोशल
मीडिया
पर
मुहिम
भी
चलाई
जा
रही
है।
आपको
बता
दें
कि
ईरान
से
मिली
रिपोर्ट
के
मुताबिक,
वहां
के
विदेश
मंत्री
भी
इस
मामले
में
दिलचस्पी
दिखा
रहे
हैं,
जिसके
चलते
हाल
ही
में
भारत
की
विदेश
मंत्री
सुषमा
स्वराज
ने
इस
मामले
की
जानकारी
मिलने
के
बाद
ओडिशा
सरकार
से
रिपोर्ट
मांगी
थी,
लेकिन
मामला
कोर्ट
में
होने
के
चलते
उन्होंने
किसी
भी
प्रकार
की
मदद
नहीं
कर
पाने
की
बात
कही
है।