रेड के बाद लालू ने किया सोनिया को फोन, क्या बातें हुईं?
राष्ट्रपति चुनाव में लालू ने सोनिया गांधी को दिया उम्मीदवार चुनने का अधिकार, बोले आप फैसला लें मैडम हम आपके साथ
नई दिल्ली। देश के अगले राष्ट्रपति के चुनाव के लिए विपक्ष ने भी अपनी कोशिशे तेज कर दी हैं, कांग्रेस ने इसके लिए जो शरद पवार का नाम आगे किया था लेकिन इसे आम सहमति नहीं मिल सकी। लेकिन राष्ट्रपति के चुनाव के लिए लालू प्रसाद यादव ने सोनिया गांधी को पूरा समर्थन करने की बात कही है। उन्होंने सोनिया गांधी को भरोसा दिलाया है कि वह बिना सवाल किए उनके द्वारा आगे किए गए उम्मीदवार का समर्थन करेंगे
मैडम हम आपके साथ हैं
सोनिया गांधी ने बुधवार को जब लालू प्रसाद यादव को फोन किया और उनसे इस बारे में पूछा तो लालू ने कहा कि मैडम आप फैसला लीजिए हम आपके साथ हैं। हालांकि सोनिया गांधी लालू प्रसाद की बड़ी रैली में हिस्सा नहीं लेगीं। यह रैली अगस्त माह में पटना में होगी जिसकी लालू प्रसाद यादव करेंगे और माना जा रहा है कि इस रैली में विपक्ष के कई बड़े नेता हिस्सा लेंगे। लेकिन अपनी खराब तबियत की वजह से सोनिया गांधी ने इस रैली में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया है।
बिहार चुनाव में साथ आए थे लालू-राहुल
आपको बता दें कि बिहार में लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी और कांग्रेस के समर्थन से सरकार चल रही है। लालू प्रसाद ने अगस्त होने वाली रैली के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को आने के लिए कहा है। लेकिन जिस तरह से लालू प्रसाद यादव पर तमाम भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं उसके बाद माना जा रहा है कि राहुल गांधी भी उनसे दूरी बनाएंगे। यही नहीं राहुल गांधी ने उस ड्राफ्ट को भी मीडिया के सामने फाड़ दिया था जिसके जरिए लालू को राहत मिली सकती थी। लालू पर चुनाव लड़ने की पाबंदी लगी है, ऐसे में राहुल के रुख के चलते लालू को चुनावी दंगल से दूर होना पड़ा।
राहुल ने खीचे हाथ
राहुल गांधी से तल्ख रिश्तों के बाद जब बिहार के चुनाव में लालू और नीतीश ने साथ आने का फैसला लिया तो राहुल गांधी ने इस गठबंधन में शामिल होने के लिए हाथ आगे बढ़ाया। चुनाव के बाद नीतीश कुमार प्रदेश के लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री बने, बावजूद इसके कि लालू की पार्टी ने प्रदेश में सबसे अधिक सीटें जीती थी। लेकिन लालू यादव की अगस्त माह में होने वाली रैली में राहुल को न्योता दिया और उन्होंने एक बार फिर से उनसे दूरी बना ली है। लालू एक बार फिर से कई भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने भी दिया लालू को झटका
आयकर विभाग ने हाल ही में लालू के कई ठिकानों पर छापेमारी की , यही नहीं सुप्रीम कोर्ट ने भी उन्हें राहत देने से इनकार कर दिया था और पांच अलग मामलों में उनके खिलाफ मामला चलाने का आदेश दिया था। यह तमाम मामले उस वक्त हैं जब लालू 1990 में बिहार के मुख्यमंत्री थे।
लालू विपक्ष को साथ लाने की कोशिश में जुटे
हालांकि तमाम छापेमारी के बाद लालू यादव ने आरोप लगाया था कि भाजपा केंद्र में सत्ता का दुरउपयोग कर रही है और राजनीतिक बदला ले रही है, अगस्त में होने वाली रैली तमाम भाजपा विरोधियों को एकजुट करेगी, उन्होंने कहा कि भाजपा के खिलाफ तमाम विपक्षी दल एक साथ हैं और उन्हें बहुत लोगों का समर्थन प्राप्त है। हालांकि विपक्ष की ताकत को दिखाने के लिए राष्ट्रपति चुनाव में सोनिया गांधी एक प्रयास कर रही हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि लालू की रैली में उनकी पार्टी हिस्सा लेगी। इसके अलावा लालू ने मुलायम सिंह, सीताराम येचुरी समेत तमाम अन्य नेताओं को इसमें शामिल होने के लिए कहा है। लेकिन इन सबके बीच भाजपा नेता सुशील मोदी का कहना है कि यह प्लान धरे रह जाएंगे क्योंकि लालू जेल जाने वाले हैं।