बाढ़: बिहार, असम में हालात चिंताजनक, एनडीआरएफ और सेना मदद को पहुंची
बाढ़: बिहार, असम, उत्तर पूर्व में हालत चिंताजनक, पीएम ने दिया मदद को भरोसा
नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में बाढ़ के चलते हालात चिंताजनक बने हुए है। बिहार के कई जिले पूरी तरह से जलमग्न हैं। पानी घरों में घुस गया है और लोग जान बचाने के लिए घरों को छोड़ रहे हैं। वहीं असम, पश्चिम बंगाल और उत्तर पूर्व में भी बड़ी तादाद में लोग बाढ़ के चलते घर छोड़ चुके हैं। नेपाल से सटे इलाकों में भी हालात चिंताजनक हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री ने राज्य का हवाई दौरा कर स्थिति का जायजा लिया है। वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने भी ट्वीट कर मामले पर लगातार निगाह रखने और बाढ़ प्रभावित राज्यों को हरसंभव मदद की बात कही है। प्रधानमंत्री ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल से फोन पर बात कर केंद्र की तरफ से हर संभव मदद की बात कही है। बाढ़ प्रभावित राज्यों में लागातर एनडीआरएफ की टीमें पहुंच रही हैं। बिहार में राहत व बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ के 320 कर्मी भेजे गए हैं। नीतीश कुमार ने रविवार को बाढ़ से प्रभावित हजारों लोगों के राहत एवं बचाव के लिए सेना और भारतीय वायुसेना की मदद मांगी थी। केंद्र की सहायता के लिए नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री को धन्यवाद भी कहा है।
सीमांचल क्षेत्र में भारी बारिश के कारण बिहार के किशनगंज, पूर्णिया, अररिया और कटिहार जैसे जिलों के लोगों को भयंकर बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है। बिहार में ट्रेन व सड़क यातायात भी बुरी तरह से प्रभावित है पुल छह जाने और सड़के बह जाने के चलते कई जिले पूरी तरह से दूसरे शहरों से कट गए हैं।
असम के 15 जिलों के 781 गांवों में बाढ़ से हालात बिगड़ गए हैं। ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। करीब 12 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। असम में भी बाढ़ ने आम जनजीवन के साथ-साथ काजीरंगा नैशनल पार्क के जानवरों की जिंदगी पर भी संकट ला दिया है। लगभग तीन दशकों बाद काजीरंगा पार्क में इतना ज्यादा पानी पहुंचने की बात कही जा रही है। पश्चिम बंगाल में भी शुक्रवार से हो रही बारिश से मालदा, अलीपुरद्वार, न्यू जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, सिलीगुड़ी, दार्जिलिंग, कर्सियांग में बाढ़ का पानी घरों तक पहुंच गया है।
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