मनोहर पर्रिकर ने बताया, क्यों दो दिन से सीमा पर रुक गई है गोलीबारी
पर्रिकर ने कहा- एक दिन पहले पाकिस्तान से फोन आया था और वह प्रार्थना कर रहे थे कि उन पर भारत की तरफ से गोलीबारी न की जाए।
पणजी। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने शुक्रवार को गोवा के संखालिम गांव में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले दो दिनों में सीमा पार से हो रही गोलीबारी रुक गई है, क्योंकि अब दुश्मन को समझ आ गया है कि उसे मुंहतोड़ जवाब मिलेगा।
पीएम मोदी की आपत्तिजनक तस्वीर डाली सोशल मीडिया पर, हुआ गिरफ्तार
उन्होंने कहा- सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से ही लगातार सीमा पार से हमले हो रहे थे, जिनका भारतीय सेना ने मुंह तोड़ जवाब दिया है। सीमा पार से हुए हमलों का जवाब बहुत ही मजबूती से दिया गया है।
मनोहर पर्रिकर भारत-पाकिस्तान के बीच डीजीएमओ लेवल की बात के संदर्भ में कहा कि एक दिन पहले पाकिस्तान से फोन आया था और वह प्रार्थना कर रहे थे कि उन पर भारत की तरफ से गोलीबारी न की जाए।
उन्होंने कहा- हमने उनसे कहा कि हमें जवाबी कार्रवाई रोकने में कोई दिक्कत नहीं है, क्योंकि यह सब हमें भी अच्छा नहीं लगता, लेकिन पहले सीमा पार से होने वाली गोलीबारी रुकनी चाहिए। पिछले दो दिनों से सीमा पर कोई गोलीबारी नहीं हुई है।
जाकिर नाइक का बयान- बिना सवाल पूछे ही सरकार ने मुझ पर बैन लगा दिया
उरी अटैक के बाद किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के संदर्भ में पर्रिकर ने कहा पहली बार सरकार ने सेना को पीओके में घुसकर उन्हें उरी हमले जैसी कायरता करने का जवाब देने की इजाजत दी। इसमें कोई शक नहीं है कि हमारी सेना बहुत ही बहादुर है, लेकिन यह पहली बार है कि सरकार ने इतना सख्त कदम उठाया।
पर्रिकर ने कहा कि जब उन्हें यूनियन कैबिनेट में शामिल होने का न्योता मिला, तो वह जाना नहीं चाहते थे। उन्हें गोवा छोड़ते हुए बहुत ही दुख हो रहा था, लेकिन जब खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजारिश की तो उन्हें यह जिम्मेदारी उठानी ही पड़ी।
26/11 के आठ साल: पाक फौज के चार चेहरे जिन्होंने हमले को दिया अंजाम
वह बोले- गोवा का होने के नाते मैं हमेशा भारतीय सेना का शुक्रगुजार रहूंगा, जिनकी वजह से 1961 में हमें पुर्तगालियों से आजादी मिल सकी। पुर्तगाली ब्रिटिश लोगों की तरह ही आसानी से नहीं गए, उन्हें भी खदेड़ना पड़ा था। देश का रक्षामंत्री बनना मेरे लिए भारतीय सेना को धन्यवाद कहने का एक मौका है।