जेटली ने बताया, आखिर पहले क्यों नहीं बदले ATM
अरुण जेटली ने कहा कि पूरे देश की जनता नोटबंदी के इस फैसले का स्वागत कर रही है। सरकार ने जो फैसला लिया है वो एक साहसिक कदम है।
नई दिल्ली। नोटबंदी को लेकर सड़क से संसद तक मचे सियासी संग्राम के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सरकार के फैसले को सही ठहराते हुए कहा कि ये बहुत बड़ा निर्णय है, जिसे लेने के लिए सरकार को बहुत हिम्मत चाहिए थी।
उन्होंने कहा कि हमने कई बार पहले भी कहा है कि हम नोटबंदी के फैसले पर संसद में चर्चा करने के लिए तैयार हैं, लेकिन विपक्ष केवल हंगामा करना चाहता है।
अरुण जेटली ने कहा कि पूरे देश की जनता नोटबंदी के इस फैसले का स्वागत कर रही है।
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सरकार ने जो फैसला लिया है वो एक साहसिक कदम है, जो देशहित में लिया गया है।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी से देश की गरीबी मिटाने में मदद मिलेगी। आने वाले दिनों में सरकार गांवों के विकास पर भी ध्यान देगी। यह फैसला पूरी तरह से देशहित में है।
जेटली ने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि वित्त मंत्री को इस फैसले की जानकारी नहीं थी और बाद में वही लोग कहते हैं कि पार्टी को पहले से ही नोटबंदी के फैसले के बारे में पता था।
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जेटली ने कहा कि नोटबंदी के फैसले को गोपनीय रखना था, इसलिए 8 नवंबर से पहले एटीएम नहीं बदले जा सकते थे। कालेधन को रोकने के लिए हम इसे पूरी तरह से गोपनीय रखना चाहते थे।
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उन्होंने कहा कि देशभर में ईमानदारी से टैक्स भरने की व्यवस्था करना जरूरी है। कैश में घूमने वाला लाखों करोड़ों रुपया बैंकों में जमा हुआ है। बैंकों में कैश आने से लोन देने की क्षमता भी बढ़ेगी।
जेटली ने कहा कि इस फैसले के बाद बैंक लोगों को सस्ता लोन दे सकेंगे। उन्होंने कहा कि कभी हर गरीब के हाथ में मोबाइल की बात अजीब लगती थी लेकिन आज हर व्यक्ति के हाथ में मोबाइल है।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के फैसले से कुछ समय तक लोगों को कठिनाई होगी। कुछ समय के लिए कारोबार भी कम हो सकता है, लेकिन इस फैसले से आतंकवाद, अपराध और रिश्वत के पैसों पर लगाम लगेगी।