रामपाल तो गुंडा है गुंडा, बरवाला को अपनी जागीर समझता था
बरवाला/चंडीगढ़| आखिरकार हाई-प्रोफाइल नाटक और लंबी जदोदहद के बाद संत रामपाल की गिरफ्तारी बुधवार रात सवा नौ बजे उसके आश्रम से हो गई। जैसे ही रामपाल के गिरफ्तार होने की खबर लोगों के सामने आयी वैसे ही सदमे और डर के साये में जी रहे लोगों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई।
बरवाला के रहने वाले कुछ नवयुवकों ने मीडिया के सामने अपने दिल की बात शेयर भी की। लोगों का कहना था कि आखिरकार संत रामपाल के गिरफ्तार होने से हमारे बरवाला को सकून तो मिलेगा वरना उनके गुर्गे जो सच में गुंडे हैं ने हमारे पूरे इलाके पर कब्जा कर लिया था।
रामपाल की गिरफ्तारी से बरवालावासी खुश
उसके और उसके गुंडो से हमलोगो काफी समय से परेशान थे। रामपाल तो खुद बहुत बड़ा गुंडा है, जिसने संत जैसे पवित्र शब्द का भी अनादर किया है, उसे तो कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। रामपाल के आतंक और गलत बातों को बरवाला इलाके के लोग काफी समय से जानते थे लेकिन उसकी गुंडागर्दी के आगे किसी की हिम्मत नहीं थी कि कोई मुंह भी खोले। बरावाला वासियों ने कहा कि हम रामपाल की गिरफ्तारी के लिए मीडिया और पुलिस का तहेदिल से धन्यवाद देते हैं, जिनकी वजह से रामपाल की गिरफ्तारी हो पायी।
तस्वीरों में देखिए उन बाबाओं को जिन्होंने पुलिस को किया परेशान
मालूम हो कि रामपाल को पुलिस ने उसी के सतलोक आश्रम से गिरफ्तार किया है, रामपाल को मुंह ढ़ककर पुलिस ने आश्रम से बाहर निकाला उसके बाद उन्हें एंबुलेंस के जरिये अस्पताल ले जाया गया जहां उनका मेडिकल टेस्ट हुआ जिसमें वो बिल्कुल फिट दिखायी दिये। उन्हें आज हाईकोर्ट में पेश किया जाएगा। रामपाल को रात में ही चंडीगढ़ लाया गया है।
रामपाल मेडिकल जांच में फिट, आज होंगे कोर्ट में पेश
गौरतलब है कि रामपाल की पिछले 15 दिनों से तलाश की जा रही थी। पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने 5 नवंबर को उनके खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया था। उच्च न्यायालय ने पुलिस को निर्देश दिया था कि रामपाल को 21 को अदालत में पेश किया जाए।
इससे पहले दिन में रामपाल समर्थकों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प में पांच महिलाओं और एक बच्चे की मौत हो गई। चंडीगढ़ से 210 किलोमीटर दूर स्थित आश्रम से बुधवार को तकरीबन 10,000 से भी ज्यादा अनुयायी आश्रम से बाहर आए। फिलहाल आश्रम को पूरी तरह से सील कर दिया गया है।
आपको बता दें कि रामपाल के खिलाफ राजद्रोह, हत्या के प्रयास, आपराधिक षड्यंत्र, अवैध रूप से लोगों को हिरासत में रखने, दंगा फैलाने समेत अन्य कई नए मामले दर्ज किए गए हैं।रामपाल के खिलाफ शस्त्र अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया है।