सहेली के इश्क में पड़ी यह लेस्बियन दारोगा, कर डाला बड़ा काम
महिला सब इंस्पेक्टर का नाम मंजीत कौर संधू है। मंजीत के रिश्तेदारों के मुताबिक वो बहुम मिलनसार हैं। वो लोगों के हर सुख और दुख में साथ निभाती हैं। इलाके के लोग उन्हें मन्ना नाम से बुलाते हैं।
चंडीगढ़। समलैंगिक शादी... वो भी इंडिया में, यह सुनकर अजीब जरूर लगेगा लेकिन पंजाब में यह हकीकत में बदल चुका है। जी हां पंजाब पुलिस में तैनात एक महिला सब इंस्पेक्टर ने सभी बंधनों को तोड़ते हुए अपनी ही एक सहेली से शादी कर लिया। पंजाब में इस तरह के विवाह का यह पहला मामला है। दोनों ने पक्का बाग के मंदिर में भगवान को साक्षी मानकर सात फेरे लिए और पूरी रस्में निभाई। खास बात रही कि दोनों लड़कियों की समलैंगिक शादी को परिवार वालों का भी साथ मिला। अब इस विवाह ने समलैंगिक रिश्तों और ऐसी शादियों पर एक बहस छेड़ दी है।
धूमधाम से निकली बारात
महिला सब इंस्पेक्टर का नाम मंजीत कौर संधू है। मंजीत के रिश्तेदारों के मुताबिक वो बहुम मिलनसार हैं। वो लोगों के हर सुख और दुख में साथ निभाती हैं। इलाके के लोग उन्हें मन्ना नाम से बुलाते हैं। शादी से पहले बकायदा रस्मों रिवाज के साथ बारात भी निकाली गई, जिसमें दोनों परिवारों ने हिस्सा लिया। मंजीत दुल्हे की तरह सजी, रथ पर सवार हुई और गले में नोटों का हार भी पहना। वह बारात लेकर पक्का बाग के मंदिर पहुंची और सहेली के साथ सात फेरे लिए।
अच्छे कामों के लिए कई बार सम्मानित हो चुकी हैं मंजीत कौर
मंजीत पक्का बाग में रहती हैं और पुलिस में 10 साल से हैं। मंजीत के तीन भाई एक बहन है, उन्होंने स्कूल एजुकेशन के बाद पुलिस में नौकरी की और अच्छे काम के लिए अफसरों से कई बार सम्मानित हो चुकी हैं।
जेंडर चेंज कराने की भी चर्चा
स्थानीय मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक मंजीत ने बताया है उन्होंने अपना जेंडर चेंज करवा लिया है। हालांकि उनके करीबियों ने इस बात से इंकार किया है। आपको बता दें कि मंजीत तलाकशुदा है और जिस सहेली से उन्होंने शादी की वो भी तलाकशुदा है। मंजीत ने कहा कि हम अपनी जिंदगी की नई पारी शुरू करने जा रही हैं।
इन देशों में मान्य है समलैंगिक विवाह
तुर्की में समलैंगिकों और ट्रांसजेंडरों के अधिकारों को मान्यता प्राप्त है। वहीं जॉर्डन में समलैंगिकों को 1951 से अधिकार हासिल हैं जबकि इंडोनेशिया, अलबेनिया, बहरीन, डेनमार्क में भी समलैंगिक समुदाय को कई विकसित देशों से भी ज्यादा अधिकार हासिल हैं। अफ्रीकी देश माली में भी एलजीबीटी संबंधों को कानूनी दर्जा प्राप्त है।