कश्मीर में हिंदु सीएम बनायेगी भाजपा, डर गये फारुक अब्दुल्ला!
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा होते ही सत्ताधारी नेशनल काँफ्रेस ने अपने उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। नेशनल कांफ्रेस के कई बड़े नेता इन दिनों राजधानी स्थित कश्मीर भवन में भी डेरा डाले हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने विधानसभा चुनाव ना लड़ने का फैसला किया है। वे बीता लोकसभा चुनाव हार गए थे। कुछ जानकारों का कहना है कि हार के डर से वे चुनाव मैदान से भाग रहे हैं।
कश्मीर में हिन्दू मुख्यमंत्री
इस बीच, जानकारों का कहना है कि भाजपा इस बार प्रदेश में सरकार बनाने की हरचंद कोशिश करेगी। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह तो प्रदेश का दौरा भी कर चुके हैं। भाजपा भी अपने उम्मीदवारों की घोषणा जल्दी कर देगी। भाजपा तो प्रदेश में इस बार किसी हिन्दू को मुख्यमंत्री बनाने के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी।
जहां तक नेशनल काँफ्रेस का सवाल है, तो मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का सेंट्रल कश्मीर की गंदरबल सीट से चुनाव लड़ना तय है। वे पहले भी इस सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। नेशनल काँफ्रेस के एक और बड़े नेता मोहम्मद अखनूर हजरतबल सीट से चुनाव लड़ेंगे। साल 2008 में इस सीट से फारूक अब्दुल्ला लड़े थे। बाद में वे केन्द्र की राजनीति करने लगे और इस सीट से भाई मुस्तफा कमाल लड़े और जीते।
उमर के चाचा कमाल साहब इस बार तंगमर्ग से लड़ सकते हैंचुनाव। इस बीच, पट्टन सीट से पार्टी आगा सईद महमूद को टिकट दे सकती है। इधर आगा को पीडीपी के मौलवू इमरान अँसारी से टक्कर मिलेगी। नेशनल काँफ्रेस श्रीनगर शहर की सीट जेदीबल से पीर अफकाक को टिकट देने के मूड में लगती है।