खुद 'बैल' बनकर खेत जोतने में जुटा किसान परिवार, देखिए तस्वीर
महाराष्ट्र में किसानों के खराब हालात को बयां करनेवाली एक तस्वीर सामने आई है। एक परिवार खुद बैल बनकर खेती के लिए जुताई करते देखा गया।
जलगांव। महाराष्ट्र में किसानों की हालत कितनी खराब है इस बात का अंदाजा आप जलगांव के एक गरीब किसान की स्थिति से लगा सकते हैं। खेत जोतने के लिए किसान के पास बैलों की जोड़ी नहीं तो किसान के बेटे और पोते ने बैल की जगह लेकर डेढ़ एकड़ जमीन की जुताई की। जलगांव के भडगाव तहसील के निंभोरा गांव के किसानों पर खुद बैल बनकर खेत जुताई करने की नौबत आयी है।
Read Also: बोले देवेंद्र फडणवीस - महाराष्ट्र सरकार ने किया 89 लाख किसानों का कर्जा माफ
हीरामण पाटील यह वृद्ध किसान को बिना बैल के खेत जोतते उनके बेटे और पोते से देखा नहीं गया तो दोनों ने मिलकर अपने पिता की तकलीफ दूर करने के लिए खुद हल में बैल बनकर खेत जोतने में मदद की। दोनों बाप-बेटे ने मिलकर डेढ़ एकड़ जमीन में हल के मदद से पूरे खेत की जुताई की।
हीरामण पाटील जलगांव का एक गरीब किसान है। पूर्वजों से मिली जमीन पर वो खेती करता है। कम जमीन होने की वजह से उसे खेती से ज्यादा अन्न प्राप्त नहीं होता है। आर्थिक रूप से बैल की खरीदारी और बैल का पालनपोषण करना हीरामण के परिवार के बस की बात नहीं है। ऐसे में परिवार के पास कोई चारा ही नहीं बचा। जीवन निर्वाह करने के लिए परिवार ने एकजुट होकर इस मुश्किल से बाहर निकलने के लिए खुद ही बैल की तरह खेती करने की सोची।
आज जहां पूरा देश और महाराष्ट्र के किसान अपने हक के लिए लड़ रहे हैं, वहीं दूसरी कुछ ऐसे भी किसान हैं जो सिर्फ दो जून की रोटी के लिए खुद बैल बनकर खेती करने के लिए मजबूर हैं।
बाकी किसानों के पास मजदूरी करके पाटील परिवार अपने घर की खेती भी करते हैं। कर्ज और हमेशा निराश होकर आत्महत्या का रास्ता नहीं स्वीकारते हुए यह किसान परिवार कड़ी मेहनत करके अपना पेट भर रहा है।