Exclusive: बिरयानी खिलाकर कश्मीर के अलगाववादियों को पटा रहा पाकिस्तान
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। नरेंद्र मोदी के कड़े तेवर आपने देख ही लिये होंगे, कि किस तरह पाकिस्तान को दो टूक जवाब देते हुए भारत ने 25 अगस्त को होने वाली भारत-पाक सचिव स्तर की वार्ता को स्थगित कर दिया। आपको यह भी मालूम होगा कि भारत ने ऐसा इसलिये किया क्योंकि पाकिस्तान के उच्चायुक्त ने कश्मीर में रह रहे अलगाववादी नेताओं से मुलाकात कर भारत के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप किया। लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि पाकिस्तान अलगाववादी नेताओं को पटाने के लिये क्या-क्या कर रहा है?
असल में कश्मीर के अलगाववादी नेता शब्बीर शाह जब पाकिस्तान हाई कमीशन पहुंचे तो पाकिस्तान उच्चायुक्त ने उनके लिये दिल्ली के कदीमी रेस्तरां करीम होटल से लजीज चिकन, मटन, बिरयानी, फिरनी, बोटी कबाब, पराठे और कुलचे आदि मंगवाएं थे। यानी कि पाकिस्तान की तरफ से अलगाववादी शाह का दिल खुश करने का पूरा इंतजाम था। पता चला है कि पाकिस्तान के भारत में उच्चायुक्त अब्दुल बासित के खास आदेश के बाद शाह के लिए यह सारा लजीज भोजन मंगवाया गया था।
हाई कमीशन के खनसामे पकाते भोजन
जानकारों ने बता कि आम तौर पर पाकिस्तान हाई कमीशन में आने वाले मेहमानों के लिए भोजन की व्यवस्था हाई कमीशन के खनसामा ही करते हैं। इस बार रिवायत को तोड़ा गया। पाकिस्तान दिवस के मौके पर जब पत्रकारों को हाई कमीशन में बुलाया जाता है, तब भी खाने की व्यवस्था स्थानीय स्तर पर ही होती है।
करीम होटल में इस बाबत पूछने पर वहां से बताया गया कि वहां से रोज करीब 300 लोग बाहर खाना लेकर जाते जाते हैं। इसलिए हम यह नहीं बता सकते कि हमारे से पाकिस्तान हाई कमीशन ने तमाम लजीज भोजन मंगवाया या नहीं। हालांकि वहां से यह जरूर बताया गया कि पाकिस्तान से दिल्ली आने वाले नागरिक करीम होटल लंच या डिनर के लिए जरूर आते हैं। पाकिस्तान से आने वाले खास मेहमान भी हमारे यहां तशरीफ लाते हैं। गुजरे दौर में परवेज मुशर्ऱफ की अम्मी से लेकर इमरान खान इधर खाने के लइ आ चुके हैं।
नाराज हुआ भारत
महत्वपूर्ण है कि शब्बीर शाह के पाकिस्तान के हाई कमीशन में पहुंचने के बाद भारत ने आगामी भारत-पाक वार्ता को रद्ध करने का फैसला किया है। भारत का कहना है कि पाकिस्तान को भारत के अंदरुनी मामलों में दखल देने का कोई हक नहीं है।