शीला दीक्षित ने दिल्ली को पेरिस के बजाए स्लम बनाया: विजय गोयल
40 सालों से दिल्ली की राजनीति में सक्रिय रहने वाले विजय गोयल को किनारा कर बीजेपी ने डॉ. हर्षवर्धन को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार बना दिया। भारी मन से ही सही लेकिन गोयल ने पार्टी आलाकमान की बात मान ली और अपने दिल पर बोझ लिए पार्टी के चुनाव प्रचार से जुट गए है। गोयल खुद इसबार चु नाव नहीं लड़ रहे है, लेकिन टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी में जारी असंतोष की भावना पर चिंता जताते हुए उन्होंने ने माना कि पार्टी में मनमुटाव की स्थिति का असर चुनाव के नतीजों पर पड़ सकता है।
दिल्ली में बाहर से आने वाले प्रवासी लोगों के मुद्दे पर किए गए सवाल के जवाब में गोयल ने कहा कि यहां हर साल 5 से 6 लाख लोग रोजी-रोटी की तलाश में आते हैं। इन लोगों का दिल्ली के विकास में अहम रोल है, लेकिन कांग्रेस सरकार ने बीते 15 सालों में इनके लिए कुछ खास नहीं किया है, जिसकी वजह से यहां झुग्गी-झोपड़ी की समस्या बढ़ी है। बीजेपी नेता ने माना कि प्रवासियों के कारण दिल्ली पर लोड बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार आने पर इस समस्या से निपटने का उपाय किया जाएगा। एनसीआर जोन का विकास कर और होर्डिग जोन बनाकर दिल्ली पर पड़ने वाले प्रवासियों के लोड कम किया जाएगा।
चुनाव में युवा ब्रिगेड की भागीदारी को लेकर उन्होंने विचारधारा की बात कही और कहा कि बीजेपी एक प्रोग्रेसिव पार्टी है जिसकी अगुवाई नरेन्द्र मोदी कर रहे हैं। गोयल ने कहा कि उनकी पार्टी युवाओं की समस्याओं को लेकर सजग है। दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनने पर युवाओं की बेरोजगारी और उनकी शिक्षा व्यवस्था में अचित सुधार के लिए अहम कदम उठाए जाएंगे।
विधानसभा चुनाव में सोशल मीडिया के असर को अहम मानते हुए गोयल ने कहा कि बीजेपी चुनाव प्रचार के लिए सोशल मीडिया पर फोकस कर रही है। बीजेपी मीडिया सेल फेसबुक, ट्वीटर और गूगल प्लस जैसे सोशल एप्स के जरिए लोगों तक अपनी बात पहुंचा रही है, ताकि अधिक से अधिक लोगों को बीजेपी से जोड़ा जा सके।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने माना कि आम आदमी पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनाव को त्रिकोणीय बना रही है। अरविंद केजरावाल की आम आदमी पार्टी को वोट स्पॉइलर करार देते हुए उन्होंने कहा कि इस पार्टी के बारे ये कहना कि ये किसे फायदा या किसे नुकसान पहुंचा रही है मुश्किल है।
चुनाव के बाद सीटें कम आने की स्थिति में केजरीवाल से हाथ मिलाने वाले सवाल को गोयल हंसकर टाल गए और कहा कि चुनाव के बाद इस बाद विचार किया जा सकता है। गोयल ने दिल्ली की शीला दीक्षित सरकार पर सत्ता के दुर्पयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि 15 सालों में शीला ने दिल्ली को पेरिस बनाने की जगह स्लम बना दिया। देश की राजधानी होने के बावजूद दिल्ली का विकास नहीं हुआ। आंकड़ों गिनाते हुए उन्होंने कहा कि शाली दीक्षित के 15 सालों के शासन में यहां 50 लाख लोग अनाधिकृत कॉलोनी में रहने को मजबूर है, जहां ना तो पानी है ना बिजली। दिल्ली में 20 लाख लोग झुग्गी-झोपड़ी में रहते है और 10 लाख लोग स्लम में रहते है, लेकिन शीला सरकार अब तक उनके लिए कुछ नहीं कर पाई।
सुरक्षा के मुद्दे पर भी गोयल ने शीला दीक्षित सरकार को घेरते हुए कहा कि लोगों के मन में सरकार का डर खत्म हो गया है। कानून का खौफ लोगों के मन में ख्तम हो गया है। दिल्ली में लॉ एंड ऑडर व्यवस्था पूरी खत्म हो चुकी है।उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अगर दिल्ली की जनता को मोदी के गुजरात जैसा विकास चाहिए तो उन्हें कांग्रेस के खिलाफ जाकर बीजेपी को वोट दे, ताकि दिल्ली महंगाई के बयाए विकास के मामले में पेरिस बन सके।