पीएम न सही लेकिन आज भी खूब बिजी हैं मनमोहन सिंह
नई दिल्ली। जिस समय पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह के सचिव संजय बारू ने अपनी किताब 'एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' रिलीज की थी, उस समय पूर्व प्रधानमंत्री की बेटी ने जवाब दिया था कि उनके पिता जी जल्द ही अपना संस्मरण लिखेंगे।
मनमोहन सिंह की बेटी की मानें जो बातें संजय बारू ने अपनी किताब में में उनके खिलाफ कही हैं वह उनका विरोध करने के लिए अपना संस्मरण लाएंगे। बहरहाल ऐसा जल्दी होता नजर नहीं आ रहा है क्योंकि पूर्व पीएम के पास भले ही अब पीएम का पद न हो लेकिन उनके पास समय भी नहीं है।
बिना पद के मनमोहन सिंह के 200 दिन
मई में चुनाव होने के बाद जहां केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार ने 200 दिन पूरे कर लिए हैं तो वहीं मनमोहन सिंह के लिए भी अपने पद से विमुक्त हुए 200 दिन हो चुके हैं। आज भी पूर्व प्रधानमंत्री का रूटीन पहले की ही तरह है।
भले ही पीएम रहते हुए लोग उनकी गैर-मौजूदगी पर सवाल उठाते हों लेकिन फिलहाल वह रोजाना आधे दिन संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेते हैं। न सिर्फ संसद बल्कि पार्टी मीटिंग भी उनके लिए काफी अहम हो गई हैं। वह लोगों से मिलना भी नहीं भूलते हैं।
जांच में पूछताछ से नहीं परेशान
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अभी तक संस्मरण लिखने के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है। सिंह के एक सहयोगी ने कहा कि नहीं, कोयला आवंटन घोटाला मामले में अदालत के केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को उनसे पूछताछ करने के निर्देश देने के बाद से वह परेशान नहीं हैं। देश के 13वें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह उम्र और तबियत खराब होने को दरकिनार करते हुए कार्यो में व्यस्त रहने के लिए जाने जाते हैं।
मीडिया को इंटरव्यू देने से एतराज
सूत्रों की मानें तो 10 वर्षों तक यूपीए सरकार के मुखिया के तौर पर बिजी रहने के बाद और अब जबकि वह पीएम नहीं हैं, वह अपने को पूरी तरह से बिजी रखते हैं। यहां तक कि उन्होंने मीडिया को इंटरव्यू तक देने से इनकार कर दिया है।
नहीं
लिख
रहे
हैं
कोई
किताब
भारतीय
जनता
पार्टी
(भाजपा)
की
लोकसभा
चुनाव
में
जीत
के
बाद
मनमोहन
सिंह
(82)
ने
मई
में
प्रधानमंत्री
पद
से
इस्तीफा
दे
दिया
था
और
तब
मोदी
सरकार
ने
सत्ता
संभाली
थी।
उनके मित्रों ने उन अटकलों को खारिज किया जिसमें कहा जा रहा था कि मनमोहन सिंह संस्मरण लिख रहे हैं। सहयोगी ने कहा कि वह कोई किताब नहीं लिख रहे हैं। अब तक उन्होंने इस पर मन नहीं बनाया है।
आज भी नीली पगड़ी वाले मनमोहन
देश के पहले सिख प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की हल्की नीली पगड़ी उनकी पहचान बन चुकी है। वह आमतौर पर गर्मियों में चूड़ीदार कुर्ता और सर्दी में बंदगला सूट पहनते हैं, लेकिन नीली पगड़ी आज भी उनके साथ जुड़ी हुई है।
पूर्व प्रधानमंत्री की 2009 में कोरोनरी बायपास सर्जरी हुई थी और इस वजह से वह स्वास्थ्य के प्रति भी सचेत रहते हैं। वह स्वस्थ रहने के लिए रोजाना टहलते हैं और व्यायाम करते हैं जिससे फिट रह सकें। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी आज भी उनसे मिलती हैं और मशविरा लेती हैं।