'भारत की ईवीएम मशीन दुनिया में सर्वश्रेष्ठ और सबसे सुरक्षित'
चुनाव आयोग ने भारत की ईवीएम मशीनों को बताया दुनिया में सर्वश्रेष्ठ, सभी चुनावों के फैसले निष्पक्ष।
नई दिल्ली। पांच राज्यों में चुनाव परिणाम आने के बाद हमेशा से ही सुरक्षित और विश्वसनीय माने जाने वाली ईवीएम मशीन पर कई सवाल उठन लगे। बसपा नेता मायावती, अरविंद केजरीवाल सहित तमाम नेताओं ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा किया है। ईवीएम मशीन पर हैकिंग का आरोप लगा, लेकिन यहां सवाल यह उठता है कि क्या यह मशीन कभी भी हैक की गई है। लेकिन समझने वाली बात यह है कि इन मशीनों को कभी भी किसी ने हैक नहीं किया और ना ही कभी इस तरह का कोई मामला सामने आया है।
ईवीएम पर आरोप निराधार
तमाम विवादों और ईवीएम पर खड़े हो रहे सवाल पर चुनाव आयोग ने सफाई देते हुए कहा कि वह एक बार फिर से ईवीएम मशीनों पर अपना पूरा भरोसा व्यक्त करता है, उसे पूरा विश्वास है कि ईवीएम मशीन में किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है और यह पहले की ही तरह आज भी पूरी तरह से सुरक्षित है। आरोपों को निराधार बताते हुए आयोग ने कहा कि मशीन पर सभी आरोप निराधार हैं और ऐसे तमाम आरोपों को खारिज करने के अलावा कुछ नहीं किया जा सकता है।
जिस तरह से परिणाम आने के बाद तमाम पार्टियों ने इसपर सवाल खड़े किए लेकिन जिन जगहों पर सफलता हासिल की उसपर चुप्पी साधे रखी है उससे साफ हो गया है कि ये दल अगर परिणाम उनके पक्ष में आए तो कोई सवाल नहीं खड़ा करती लेकिन जब परिणाम उनके खिलाफ जाता है तो वह ईवीएम मशीनों पर सवाल खड़ा करने लगती हैं। यहां तमाम दल इस बात को स्वीकार करने की बजाए की वह मतदाताओं की अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरे की बजाए ईवीएम मशीन पर सही सवाल खड़ा करने लगते हैं।
किसी भी चुनाव में आरोप साबित नहीं हुए
चुनाव आयोग के अनुसार आजतक कुल 107 चुनाव राज्यों मे ईवीएम मशीनों के जरिए कराए गए हैं, जबकि तीन लोकसभा के चुनाव कराए जा चुके हैं। 2014 में लोकसभा के चुनाव के दौरान लाखों ईवीएम मशीनों का इस्तेमाल किया गया वह पूरी तरह से टेंपर प्रूफ थी और इन चुनावों के परिणाम बिल्कुल साफ और निष्पक्ष आए। इस दौरान हमने निष्पक्ष चुनाव कराया और परिणाम बिल्कुल सही आए थे।
मशीन में सुरक्षित हैं आंकड़े
हालांकि सभी देश ईवीएम मशीनों के पक्ष में नहीं हैं, दुनिया के सबसे पुराने लोकतांत्रिक देश अमेरिका में आज भी बैलेट पेपर के जरिए वोटिंग होती है। लेकिन भारत के ईवीएम मशीन की प्रणाली पर नजर डालें तो यह एक बैटरी पर काम करती है, जोकि साधारण कैल्कुलेटर में काउंटिंग करने वाली डिवाईस की तरह होती है। मशीन में काफी जटिल इंक्रिप्शन तकनीक का इस्तेमाल होता है जोकि मशीने के भीतर आंकड़ों को सुरक्षित रखता है।
चुनिंदा देशों में होता है इस्तेमाल
भारत में ईवीएमम मशीन में जिस तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है वह कुछ ही देशों में इस्तेमाल की जाती है। नेशनल डेमोक्रैटिक इंस्टिट्यूट के आंकड़ों के अनुसार दुनिया में सिर्फ दो ही देश ऐसे हैं जहां इस तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमे कनाडा, इस्टोनिया, फ्रांस और स्विट्जरलैंड जैसे देश शामिल हैं।