गुजरात: कांग्रेस में खौफ, मदद के लिए खटखटाया चुनाव आयोग का दरवाजा
छह विधायकों के इस्तीफे देने के बाद गुजरात कांग्रेस में जारी उठापटक के बीच कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने आज चुनाव आयोग से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा।
नई दिल्ली। छह विधायकों के इस्तीफे देने के बाद गुजरात कांग्रेस में जारी उठापटक के बीच कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने आज चुनाव आयोग से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस के ज्ञापन पर चुनाव आयोग ने गुजरात के मुख्य सचिव से 31 जुलाई तक इस मामले में जांच रिपोर्ट मांगी है। साथ ही आयोग ने गुजरात सरकार को विधायकों और उनके परिवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को भी कहा हैं।
बता दें कि गुजरात में 8 जुलाई को राज्यसभा के लिए चुनाव होने है। ऐसे में पिछले 24 घंटों में 6 विधायकों का पार्टी छोड़कर कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है। कांग्रेस विधायकों को यूं पार्टी छोड़कर जाने के पीछे भाजपा की साजिश बता रही है। कांग्रेस ने पार्टी में किसी और फूट को रोकने के लिए अपने सभी विधायकों को बैंगलोर भेज दिया है।
वहीं विधायकों को बैंगलोर भेजने के कांग्रेस के फैसले को भाजपा ने गैरजिम्मेदाराना बताया है। भाजपा के गुजरात प्रभारी भूपेन्द्र यादव ने कहा कि आज गुजरात में चारों तरफ बाढ़ आई है। लोगों प्राकृतिक आपदा से परेशान है। ऐसे में उन्हें जनप्रतिनिधियों की सबसे ज्यादा जरूरत है लेकिन कांग्रेस विधायकों के मोबाइल फोन ऑफ है। वे जनता से दूर हैं। उन्होंने आगे कहा कि गुजरात में लोग इस समय संकट में हैं और कांग्रेस अपने विधायकों को तमाम पैसे खर्च कर बैंगलोर भेज रही है।
वहीं इस सबके बीच एक और कांग्रेसी विधायक ने बगावती सुर अपना लिए हैं। जामनगर ग्रामीण से विधायक राघव सिंह पटेल ने कहा कि कांग्रेस बैकफुट की मुद्रा में है। विधायकों को इस समय बैंगलोर भेजने की क्या जरुरत थी। इसका सीधा मतलब यह हैं कि कांग्रेस आलाकमान अपने विधायकों पर विश्वास नहीं करती है। बरहाल, कांग्रेस विधायकों के इस तरह पार्टी छोड़ जाने से पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के राज्यसभा पहुंचने की राह मुश्किल होती दिख रही है।