इबोला के लिए तैयार नहीं भारत, डर से कैंसिल की भारत-अफ्रीका समिट कैंसिल
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला) भारत-अफ्रीका फोरम समिट को फिलहाल टाल दिया गया है। इसे दिसंबर में राजधानी में होना था। अब इसे कब आयोजित किया जाएगा, इस बारे में किसी के पास कोई सूचना नहीं है।
जानकारों
का
कहना
है
कि
विदेश
मंत्रालय
ने
इबोला
के
भय
से
यह
फैसला
लिया
है।
उक्त
फैसले
से
राजधानी
में
अफ्रीकी
देशों
के
करीब
डेढ़
दर्जन
दूतावासों
में
निराशा
का
माहौल
है।
तो इबोला से निबटने को तैयार नहीं भारत
सूत्रों ने बताया कि विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव संतोष झा इस समिट की तैयारियों में लगे हुए थे। विदेश मंत्रालय के फैसले के बाद अब उनके पास कोई काम नहीं है। अब वे अपनी पोस्टिंग का इंतजार कर रहे हैं।
जानकार कहते हैं कि भारत-अफ्रीका फोरम समिट को कैंसिल करके भारत ने एक तरह से यह भी संदेश दे दिया कि वह इबोला महामारी का मुकाबला करने के लिए तैयार नहीं है।
भारत और अफ्रीका के व्यापार पर असर
दरअसल समिट में अफ्रीका से तमाम व्यापारी आने थे। उसमें भारत और अफ्रीका के बीच द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने पर ठोस बात होनी थी। उद्योग मंडल फिक्की भी इस समिट से जुड़ा था।
फिक्की का कहना है कि भारत-अफ्रीका द्विपक्षीय व्यापार 2006-07 में 25 अरब डॉलर था, जो 2010-11 में बढ़कर 53.3 अरब डॉलर हो गया है।
इसे 2020 तक 100 अरब डॉलर करने की जरूरत है। व्यापार बढ़ाने में मुख्य भूमिका परिवहन, उपकरण, सेवाएं, स्वास्थ्य रक्षा और कृषि क्षेत्रों की रहेगी।
उक्त समिट में 120 से ज्यादा अफ्रीकी और 250 भारतीय प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद थी। इनमें सार्वजनिक उपक्रमों के प्रमुख, कॉरपोरेट घराने, सरकारी प्रतिनिधि और सलाहकार शामिल हैं।
बहरहाल, भारत-अफ्रीका फोरम समिट कैंसिल होने से बहुत से लोगों में निराशा है।