छोटे से देश ने चीन को मारा 'तमाचा', बोला हम तुम्हारे गुलाम नहीं
पहले जापान ने खुलकर भारत को समर्थन कर दिया और अब अफ्रीका के एक छोटे से देश ने चीन के मुंह पर ऐसा तमाचा जड़ा है कि ड्रैगन फुस्कार भी नहीं पा रहा है।
नई दिल्ली। डोकलाम से लेकर लद्दाख तक और कश्मीर से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक के बॉर्डर पर भारत-चीन आमने-सामने हैं। नौबत यहां तक आ गई है कि चीन अब अपने हथियारों की लिस्ट तक गिनाने लगा है। दूसरी ओर भारत बेहद सधे हुए शब्दों में चीन को कूटनीतिक जवाब दे रहा है और धमकियों के बावजूद टस से मस नहीं हुआ। चीन को लगा कि वह अपने प्रोपेगेंडा से भारत पर दबाव बना लेगा, लेकिन हो गया बिल्कुल इसके उलट। हालत यह है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चीन को इन दिनों कोई सीरियसली लेने को तैयार नहीं है। पहले जापान ने खुलकर भारत को समर्थन कर दिया और अब अफ्रीका के एक छोटे से देश ने चीन के मुंह पर ऐसा तमाचा जड़ा है कि ड्रैगन फुस्कार भी नहीं पा रहा है। इस देश का नाम है बोत्सवाना, जिसके राष्ट्रपति हैं इयान खामा।
दलाई लामा को लेकर टकराव
चीन और बोत्सवाना के बीच झगड़े की वजह कोई और नहीं, बल्कि तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा हैं। वह 17 से 19 अगस्त तक बोत्सवाना के दौरे पर जाने वाले थे। चीन को जैसे ही यह बात चली वह आगबबूला हो गया और लगा बोत्सवाना को धमकाने, लेकिन यह छोटा सा देश चुप नहीं बैठा। इस देश के राष्ट्रपति ने चीन को करार जवाब दिया है।
बोत्सवाना के राष्ट्रपति ने ऐसे मारा चीन को तमाचा
Quartz की रिपोर्ट के मुताबिक, दलाई लामा निजी दौरे पर बोत्सवाना जाने वाले थे। उन्हें यहां आध्यात्म, विज्ञान और मानवता पर प्रवचन देना था। चीन को जब यह खबर लगी तो उसने बोत्सवाना को दलाई लामा का स्वागत न करने की चेतावनी दे डाली। इस पर बोत्सवाना के राष्ट्रपति इयान खामा ने चीन से कहा कि उनका देश ड्रैगन का गुलाम नहीं है।
'हम चीन के गुलाम नहीं'
इयान खामा ने चीन को खुलकर कह दिया कि उसे किसी अंजाम परवाह नहीं। ज्यादा से ज्यादा क्या होगा, चीन अपना राजदूत वापस बुला लेगा। हमारे साथ संबंध तोड़ लेगा, लेकिन हम उसके गुलाम नहीं। बोत्सवाना के अखबार बोत्सवाना गार्डियन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, खामा ने स्पष्ट किया है कि वह दलाई लामा का स्वागत करेगा। आपको बता दें कि दलाई लामा का प्रस्तावित दौरा उनकी सेहत ठीक न होने की वजह से रद्द हो गया है, लेकिन बोत्सवाना के राष्ट्रपति ने उनके जल्दी ठीक होने की कामना की है और दो टूक शब्दों में कहा है कि वह जैसे ठीक हो जाएं, हमारे देश आएं उनका स्वागत है।