जानें आखिर रात के वक्त ही सेना क्यों करती है सर्जिकल स्ट्राइक?
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के उरी बेस कैंप में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए हमारे जवानों की मौत का बदला हमारी सेना ने ले लिया है। भारतीय सेना ने पराक्रम का परिचय देते हुए एलओसी के बीतर घुसकर 7 आतंकी ठिकानों को नस्तेनाबूत कर 38 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया। सेना के इस ऑपरेशन का सर्जिकल स्ट्राइक का नाम दिया गया। जानिए इंडियन आर्मी, एयर फोर्स और नेवी के स्पेशल कमांडोज के बारे में
सेना के पराक्रमी जवानों ने रात 12:30 बजे एलओसी के 3 किमी भीतर घुसकर आतंकियों को निशाना बनाया और 4 बजे तक उनका सपाया कर वापस लौट आई। सेना ने इस सर्जिकल स्ट्राइक की चारों ओर चर्चा हो रही है। ऐसे में आपका ये जानना बेहद जरूरी है कि आखिर सेना का ये सर्जिकल स्ट्राइक रात के वक्त ही क्यों होता है? सेना ऐसे ऑपरेशन के लिए रात का वक्त ही क्यों चुनती है। आइए हम आपको इन सब सवालों के जवाब बताते हैं... जानिए क्या होता है सर्जिकल स्ट्राइक जिसे इंडियन आर्मी ने PoK में दिया अंजाम
सर्जिकल ऑपरेशन का वक्त
सेना
ने
सर्जिकल
ऑप
रेशन
के
लिए
रात
12
से
4
बजे
तक
का
वक्त
चुना।
ऐसा
इसलिए
ताकि
रात
के
अंधेरे
में
दुश्मन
उन्हें
पहचान
न
सकें,
पहचान
छुपाने
के
लिए
सर्जिकल
ऑपरेशन
हमेशा
रात
के
वक्त
ही
अंजाम
दिया
जाता
है।
ओसामा का सफाया
अमेरिकी सेना ने जब साल 2011 में पाकिस्तान के ऐबटाबाद में चरमपंथी संगठन अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के ठिकाने पर हमला किया था उस वक्त भी ऑपरेशन के लिए रात का वक्त चुना गया था। इसका मकसद सिर्फ इतना होता है कि रात के अंधेरे में दुश्मनों से अपनी पहचान छुपाना आसान होता है।
लोगों की सुरक्षा
सर्जिकल ऑपरेशन के लिए सेना रात का वक्त चुनती है। इसके पीछे एक वजह ये बी है कि रात के अंधेरे में ऑपरेशन में किसी भी तरह की बाधा आने की संभावना बहुत ही कम होती है। इसके अलावा इस सेना के ऑपरेशन में आम जनता की सुरक्षा भी सबसे प्रमुख होती है।
लोगों की सुरक्षा
रात के वक्त ऑपरेशन को अंजाम देने से लोगों की सुरक्षा पुख्ता हो पाती है। रात के वक्त सेना के ऑपरेशन से रहवासी क्षेत्र, आधारभूत संरचना, आवागमन के साधन या आम अवाम और उसके उपयोग से साधनों को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है।
सर्जिकल स्ट्राइक
सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान सेना का निसाना तय होता है। जाबांज जवान किसी एक ठिकाने को निशाना बनाकर उसे नेस्तनाबूत कर देते हैं।इसमें सेना की कोशिश होती है कि कम से कम नुकसान हो।
सर्जिकल स्ट्राइक
सर्जिकल स्ट्राइक में सेना के स्पेशल फोर्स के घातक कमांडों रेंगते हुए वहां पहुंचे और अचानक अपने निसाने पर हमला कर सभी को ध्वस्त कर लौट आते है। इस हमले में हेलीकॉप्टर का भी इस्तेमाल किया गया।