'प्रचंड' ठंड की आगोश में दिल्ली: 5 सालों में आज सबसे सर्द सोमवार और भयंकर कोहरा
नई दिल्ली| राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार सुबह कोहरे की चादर लिपटी हुई है और मौसम सर्द बना हुआ है। सुबह न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री नीचे 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, पिछले पांच सालों में यह सबसे सर्द सोमवार है। मौसम विभाग ने बताया कि घने कोहरे के कारण दृश्यता 50 मीटर दर्ज की गई है, जिससे 50 रेलगाड़ियां देरी से चल रही हैं और 12 का समय बदला गया है।
अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वातावरण में आद्र्रता सुबह 8.30 बजे 97 फीसदी दर्ज की गई। इधर, रविवार को अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री नीचे 15 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री नीचे 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कोहरे और ठंड से उप्र में जनजीवन प्रभावित
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और सूबे के अन्य हिस्सों में सोमवार सुबह घना कोहरा होने की वजह से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कोहरे और भीषण सर्दी की वजह से लोग घरों से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान तापमान में और अधिक गिरावट आने की उम्मीद जताई है। मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि उप्र में कोहरे और ठंड का दौर अभी कई दिनों तक जारी रहेगा। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जाएगी।
अधिकारियों के मुताबिक सोमवार को लखनऊ का न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किए जाने का अनुमान है। लखनऊ के अलावा सोमवार को वाराणसी का न्यूनतम तापमान 5.3 डिग्री, कानपुर का 6 डिग्री सेल्सियस, इलाहाबाद का 5.6 डिग्री और गोरखपुर का 5.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उल्लेखनीय है कि रविवार को लखनऊ का न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से भी नीचे चला गया। रविवार को तापमान 4.2 डिग्री सेल्सिसय दर्ज किया गया। पिछले 24 घंटों के दौरान नजीबाबाद का तापमान सबसे कम 1.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इधर, कोहरे की वजह से राजधानी सहित पूरे राज्य में रेल यातायात पर खास असर पड़ा है। लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, मेरठ में कोहरे का असर जबर्दस्त होने से लगभग एक दर्जन रेलगाड़ियां अपने नियत समय से कई घंटे की देरी से चल रही हैं। लखनऊ के चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे के अधिकारियों के मुताबिक, कोहरे की वजह से सुबह की कई उड़ानों के समय में परिवर्तन किया गया है। दृश्यता कम होने की वजह से विमानों के संचालन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारियों ने बताया कि हवाई अड्डे के आसपास दृश्यता का स्तर 100 मीटर से भी कम है, जिसकी वजह से उड़ानें प्रभावित हो रही हैं।