सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा-क्या नोटबंदी के फैसले को आपने गोपनीय रखा था?
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से नोटबंदी के फैसले को लागू करने को लेकर सवाल करते हुए पूछा है कि क्या जब आप विमुद्रीकरण को लेकर पॉलिसी तैयार कर रहे थे तो क्या गोपनीय था?
नई दिल्ली। देश में 8 नवंबर को नोटबंदी के फैसले का लागू करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है। सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच इस मामले की सुनवाई कर रही है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से नोटबंदी के फैसले को लागू करने को लेकर सवाल करते हुए पूछा है कि क्या जब आप विमुद्रीकरण को लेकर पॉलिसी तैयार कर रहे थे तो क्या गोपनीय था?
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से सवाल करते हुए कहा है कि आपने एक दिन में बैंक खातें से 24000 रुपए निकालने का नियम क्यों बनाया, जब उस नियम को पूरा ही नहीं किया जा पा रहा है।
बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इस नोटबंदी पर चल रही सुनवाई को 14 दिसंबर तक के लिए टाल दिया है।
अटॉर्नी जनरल ने नोटबंदी के फैसले को लागू के पक्ष में तर्क देते हुए कहा कि लोगों की दिक्कतों को कम करने के लिए सारे जरूरी कदम उठाएं जा रहे हैं।
इस पर वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट के तीनों जजों को बताया कि एटीएम में पैसें नहीं हैं। एटीएम के रिकेलिब्रेशन के काम को ठीक से नहीं किया गया है। को-ऑपरेटिव बैंकों के साथ भेदभाव किया गया।
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आपको बताते चलें कि देश भर में इस फैसले को लागू करने के बाद सारे बैंक कैश की कमी से जूझ रहे हैं। बैंकों के बाहर लंबी-लंबी लाइनें लगी हुई हैं। पर लोगों को कैश नहीं मिल पा रहा है। वहीं दूसरी तरफ सरकार का पूरा जोर कैशलेस इकॉनमी की तरफ है और वो लोगों को अधिक से अधिक डिजिटल बैंकिंग और डिजिटल पेमेंट का सहारा लेने के लिए कह रही है।
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