जानिए नोटबंदी के बाद कैसे इंडियन आर्मी और एयरफोर्स आए एक्शन में
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नए नोट प्रिंट करने में लगे दो प्रिंटिंग प्रेस पर तैनात हैं इंडियन आर्मी के 400 सैनिक।
नई दिल्ली। इंडियन आर्मी न सिर्फ देश की सुरक्षा में लगी है बल्कि आपके लिए नए नोट जहां छापे जा रहे हैं, वहां पर भी इंडियन आर्मी मुस्तैदी से तैनात है। आठ नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1000 रुपए और 500 रुपए के नोट को बंद करने का ऐलान किया था। अब करेंसी की कमी को दुर करने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) नए नोट छापने में लगा है।
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सरकार ने ली इंडियन आर्मी की मदद
सरकार ने 500 रुपए और 1,000 रुपए के नोट को बंद करने के ऐलान के बाद 2000 रुपए और 500 रुपए के नए नोटों के छापने का ऐलान किया था।
नए नोटों को छापने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों की जरूरत थी और इससे जुड़े कामों को पूरा करने के लिए सरकार को सेना को एक्शन में शामिल करना पड़ा।
हफिंगटन पोस्ट के मुताबिक यह एक इमरजेंसी जैसी सिचुएशन थी और सरकार ने इस स्थिति को संभालने के लिए इंडियन आर्मी की मदद लेना बेहतर समझा।
साधारण तौर पर सेना की मदद या उसका डेप्लॉयमेंट तक किया जाता है जब सरकारी एजेंसियां तुरंत प्रक्रिया देने में सक्षम नहीं होती हैं।
इंडियन आर्मी के 400 सैनिकों को दो सिक्योरिटी प्रिंटिंग प्रेस पर डेप्लॉय किया गया है ताकि नई करेंसी को छापने में मदद मिल सके।
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पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश में तैनाती
पश्चिम बंगाल के सालबोनी और मध्य प्रदेश के देवास में स्थित इन दो प्रिंटिंग प्रेस पर सेना तैनात है। देवास सिक्योरिटी प्रेस में 500 के नए नोट छापने जा रहे हैं।
वहीं सालबोनी में 2000 और 100 रुपए के नोट पब्लिश हो रहे हैं। एक अधिकारी ने हफिंगटन पोस्ट को बताया है कि दोनों प्रेस पर करीब 150 से 200 सैनिक तैनात किए गए हैं।
इन ट्रूप्स को करीब एक हफ्ते पहले बुलाया गया और फिर तुरंत उनकी तैनाती कर दी गई है।
इंडियन एयरफोर्स भी एक्शन में
इंडियन आर्मी के ईस्टर्न और सेंट्रल कमांड की ओर से इन ट्रूप्स को तैनात किया गया है। इसके अलावा इंडियन एयरफोर्स के करीब 100 पर्सनल को स्टैंड बाई मोड पर रखा गया है।
आपको बता दें कि सरकार इंडियन एयरफोर्स के भारी ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट सी-17 ग्लोबमास्टर और सी-130जे हरक्यूलिस को प्रिंटिंग प्रेस से देश के अलग-अलग हिस्सों में करेंसी भेज रहे हैं।