दिल्ली में फिर शुरु होगा सियासी दांवपेंच
नई दिल्ली। दिल्ली की राजनीति में उठापटक जारी है। एक बार फिर से दिल्ली में सरकार बनने की संभावनाए तलाशी जा रही है। राष्ट्रपति ने दिल्ली के एलजी नजीब जंग को सबसे बड़ी पार्टी भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने के लिए हरी झंडी दे दी है। लेकिन दिल्ली भाजपा अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने इस मामले में चुप्पी साधते हुए यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया है उनके पास सरकार बनाने का कोई न्योता एलजी की तरफ से नहीं आया है।
आपाको बता दें कि 14 फरवरी को दिल्ली के मुख्यमंत्री के पद से अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा देने के बाद से ही दिल्ली में राष्ट्रपति शासन चल रहा है। वहीं कल यानि गुरुवार को दिल्ली में सरकार को लेकर कोर्ट में सुनवाई है। वहीं एलजी ने सभी पार्टियों से सरकार ने बनाने के लिए एगले एक-दो दिनों में बात करने की बात कही है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि कोर्ट में सरकार के गठन की संभावनाओं को तलाशने के लिए कुछ और समय मांगा जा सकता है।
आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने एलजी पर निशाना साधते हुए उन्हें भाजपा का एजेंट करार देते हुए कहा है कि एलजी किसी तरह से दिल्ली में चुनाव को टालना चाहते है। केजरीवाल ने कहा कि अगर एलजी चाहे तो आज ही सभी पार्टियों की एक साथ बैठक करके सरकार बनाने की संभावनाओं पर बात कर सकते है। ताकि कल कोर्ट में दिल्ली में सरकार बनाने की तस्वीर साफ हो जाएगी। इसके साथ ही कल ही कोर्ट में मामला साफ हो जाएगा और दिल्ली में फिर से चुनाव कराये जा सकते हैं।
ऐसे में सवाल यह उठता है कि दिल्ली में पार्टियों की नूराकुश्ती का नुकसान दिल्ली वालों को अभी कुछ और महीने उठाना पड़ेगा या फिर दिल्ली को फिर से एक नया मुख्यमंत्री मिलेगा। वहीं कोर्ट ने साफ कर दिया है कि दिल्लीवासियों को चुनी हुई सरकार मिलने का हक है। ऐसे में जल्द से जल्द दिल्ली में सरकार का गठन किया जाए।