पेशावर हमले के बाद पाक हाई कमीशन में मौत का सन्नाटा
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। राजधानी स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन में आज मौत का सन्नाटा पसरा हुआ है। कल पेशावर में मासूम स्कूली बच्चों को गोलियों से भूनने की वारदात के चलते हाई कमीशन का सारा स्टाफ सदमे में हैं। पेशावर से संबंध रखने वाले मुलाजिम तो बहुत गमगीन हैं।
आज पाकिस्तान हाई कमीशन के दफ्तर में फोन करने पर फोन रिसीव करने वाले शख्स ने बताया कि पेशावर के हादसे के बाद हाई कमीशन में कोई भी काम नहीं कर पा रहा है। सबके दिल अपने वतन में ही है।
कल सारा दिन हाई कमीशन के मुलाजिम टीवी पर पेशावर हादसे से जुड़ी पल-पल की खबरें टीवी चैनलों पर देखते रहे। हाई कमिश्नर अब्दुल बासित भी टीवी देखते रहे सीनियर स्टाफ के साथ। ना तो कल और ना ही आज पाकिस्तान जाने के लिए वीजा लेने के लिए आने वालों से सही तरह से स्टाफ बात कर रहा है। कारण वहीं है कि किसी का काम में मन ही नहीं लग रहा है। यहां पर रोज काफी संख्या में वीजा लेने के लिए आते हैं।
200 मुलाजिम
बताते चलें कि यहां पाकिस्तान हाई कमीशन में करीब दो सौ मुलाजिम हैं। इनमें से अधिकतर तो हाई कमीशन परिसर में ही रहते हैं फ्लैटों में। सीनियर स्टाफर राजधानी के विभिन्न इलाकों में रहते हैं। हाई कमिश्नर का बंगला तिलक मार्ग पर है।
इस बीच, पाकिस्तान के कई अखबारों के आन लाइन एडिशन में पेशावर की घटना में मारे गए बच्चों की आत्मा की शांति के लिए भारतीय संसद मे मौन प्रस्ताव और भारत के स्कूलों में बच्चों के दो मिनट के मौन व्रत को प्रमुखता से दिखाया जा रहा है।