दिल्ली के कनॉट प्लेस को फरवरी से वाहनमुक्त करने का फैसला, तीन महीने के लिए बना नियम
दिल्ली के कनॉट प्लेस में भीड़भाड़ को कम करने के उद्देश्य से भीतरी और मध्य की सड़क को वाहनमुक्त बनाने का फैसला लिया गया है। फिलहाल इसे तीन महीने के लिए लागू किया जा रहा है।
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का दिल कहे जाने वाले कनॉट प्लेस की भीतरी और मध्य की सड़क को वाहनमुक्त बनाया गया है। फिलहाल यह फैसला सिर्फ 3 महीने के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लागू किया गया है। यह अहम फैसला फरवरी से लेकर अप्रैल तक के लिए लागू किया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि कनॉट प्लेस में भीड़भाड़ कम हो सके। यह फैसला शहरी विकास मंत्रालय, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की एक बैठक में लिया गया। यह बैठक केन्द्रीय मंत्री वैंकैया नायडु के नेतृत्व में की गई थी।
वहीं
दूसरी
ओर,
कनॉट
प्लेस
की
भीतरी
और
मध्य
सड़क
को
वाहनमुक्त
बनाए
जाने
का
व्यापारी
विरोध
कर
रहे
हैं।
व्यापारियों
का
कहना
है
कि
इस
फैसले
से
न
केवल
राजीव
चौक
आने
वाले
यात्रियों
को
परेशानी
होगी,
बल्कि
यहां
के
कारोबार
पर
भी
फर्क
पड़ेगा।
नई
दिल्ली
ट्रेडर्स
एसोसिएशन
के
अध्यक्ष
अतुल
भार्गव
ने
इस
फैसले
को
बेतुका
बताते
हुए
कहा
है
कि
कनॉट
प्लेस
एक
वाणिज्यिक
केन्द्र
है,
न
कि
कोई
पर्यटन
स्थल।
उनके
अनुसार
जैसे
ही
भीतरी
और
मध्य
सड़क
पर
गाड़ियों
के
आने
पर
रोक
लगेगी,
वैसे
ही
बाहरी
सड़क
पर
भारी
जाम
लग
जाएगा,
जिसका
नमूना
योग
दिवस
के
दिन
देखा
जा
चुका
है।
उनका
यह
भी
कहना
है
कि
पैदल
यात्रियों
के
सभी
ब्लॉक
में
पहले
ही
20
फुट
की
जगह
और
पार्किंग
के
स्थान
की
पहले
से
ही
कमी
है।
ये
भी
पढ़ें-
'अर्धसत्य'
नहीं
खुली
किताब
थे
ओमपुरी,
जो
दिल
में
होता
वहीं
जुबां
पर
वहीं
दूसरी
ओर
अगर
देखा
जाए
तो
कारोबार
पर
इस
फैसले
का
असर
पड़
सकता
है।
इस
फैसले
के
बाद
कनॉट
प्लेस
से
खरीददारी
करने
वाले
लोग
ऐसे
विकल्पों
की
तलाश
कर
सकते
हैं,
जहां
पर
वह
अपनी
गाड़ी
लेकर
जा
सकें
और
उन्हें
पैदल
न
चलना
पड़े।