कांग्रेस की यह बात पढ़कर नवजोत सिद्धू नहीं कह पायेंगे ठोको ताली
अमृतसर। कॉमेडी विद कपिल के शो में हर सप्ताह जनता को तालियां ठोंकने के लिये उकसाने वाले पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की ये बातें पढ़कर शायद खुद भी तालियां ठोंकना भूल जायें। जी हां पंजाब कांग्रेस पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता मनदीप सिंह मन्ना ने सिद्धू पर जमकर हमला बोला है।
मीडिया से बातचीत के दौरान मनदीप सिंह ने कहा कि अमृतसर से तीन बार भाजपा की टिकट से सांसद रहे व क्रिकेटर से टीवी आर्टिस्ट तथा नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू एक ड्रामेबाज व पंजाब के लोगों की भवनाओं के साथ खिलवाड़ करने वाले व्यक्ति हैं। यही कारण है कि सिद्धू सिर्फ ब्यानबाजी करके ही पंजाब के महौल में अपने राजनीतिक करियर के गिरते जा रहे ग्राफ को उंचा उठाने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं। अगर सिद्धू को सच में अमृतसर या पंजाब के साथ कोई हमदर्दी है तो सिद्धू को टीवी शो पर चलाई जाने वाली ड्रामेबाजी को छोड़ कर अकाली- भाजपा की नीतियों से तंग व परेशान आ चुके पंजाब के लोगों के हकों की आवाज उठाने के लिए मैदान में आना चाहिए।
सिद्धू के बारे में और क्या-क्या कहा मन्ना ने-
- अगर सिद्धू को सच में पंजाब और पंजाब के लोगों का दर्द है तो उसे इस बात का इंतजार नहीं करना चाहिए कि भाजपा उसे पंजाब भाजपा का अध्यक्ष बनाए।
- अगर सच में पंजाब का दर्द समझते हैं तो भाजपा आने वाले विधान सभा चुनावों के लिए उन्हें मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित करे।
- अपने आप को पंजाब के लोगों का कथित नेता कहने वाले सिद्धू सिर्फ और सिर्फ पद व शौहरत का भूखे हैं।
- अगर व झूठी शानो शौखत व मीडिया छपाक रोगी नहीं है तो उसे भाजपा का कोई पद लिये बिना ही लोगों का नेतृत्व करना चाहिए।
- सिद्धू एक ओर कह रहे हैं कि पंजाब में सत्ताधारी 10 प्रतिशत सेवा और 90 प्रतिशत मेवा खा रहे हैं। सिद्धू को यह भी याद रखना चाहिए कि उसकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू भी इसी मेवा खाने वाली अकाली-भाजपा सरकार का हिस्सा हैं।
- अपनी पत्नी को सिद्धू क्यों नहीं सलाह देता कि वह मेवा खाने वाली सरकार की ओर से राज्य मंत्री की दी गई सुविधाओं को छोड़ दें।
- सिद्धू अपनी पत्नी से क्यों नहीं कहते कि वो जनता के हकों की आवाज उठाने के लिए एक विधायक के रूप में ही मैदान में आएं।
- सिद्धू को आज क्यों याद आई कि पंजाब की आकली-भाजपा सरकार सेवा करने वाली नहीं बल्कि मेवा खाने वाली है, सरकार पिछले आठ वर्षों से मेवा खा रही है।
- स्वार्थी सिद्धू वही व्यक्ति हैं जो पंजाब के लोगों के हितों को नजर अंदाज करके अकाली भाजपा सरकार के मुखी प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल की तारीफों के पुल बांधते नहीं थकते थे।
- यह वही सिद्धू हैं जो बादल बाप बेटा को राजनीति और पंजाब के बेताज बादशाह कहते थे।
- असल में सिद्धू की जंग व अखबारी ब्यानबाजी लोगों के हित्तों के लिए नहीं है बल्कि अपनी राजनीतिक शानो शोकत बनाए रखने की एक सुनियोजित राजनीति है।
कांग्रेसी नेता ने कहा कि यह वही सिद्धू है जो स्टेजों पर अलाप करता था कि वह अमृतसर के लोगों ओर गुरू नगरी का कायल है। गुरू की नगरी के लिए वह अपना सबकुछ नौशावर कर देगा। आज गुरु नगरी संकट में है और गुरुनगरी के लोग अपने हकों के लिए सडक़ों पर है परंतु सिद्धू गुरु नगरी के लोगों की आवाज बनने की जगह टीवी शो के जरिये हंसी मखौल वाला लग्जरी जीवन व्यतीत कर रहा है।
उन्होंने कहा कि सिद्धू जो भी बोलता है उसके व पैसे लेता है बोलने के पैसे लेने वाला व्यक्ति न तो लोगों का हितैशी हो सकता है और नहीं लोगों का लीडर हो सकता है। वह अगर को अखबारी व टीवी ब्यान भी देते है तो वह हमेशा ही अपना नफा व नुकसान देखकर ही बोलता है न कि लोगों के हकों की रक्षा के लिए बोलता है। सिद्धू यह भी स्पष्ट करे कि तीन बार अमृतसर का सांसद रहते हुए अलग अलग कार्यक्रमों व अपनी बहुत सारे निजी खर्चों के लिए उसने कितने पैसे अपनी जेबों से अदा किये है।
मन्ना ने कहा कि यह यही सिद्धू है जो अनिल जोशी को कमजोर करने के लिए पंजाब को लूटने वाले अकालियों का समर्थन करता रहा। जोशी शक्तिशाली हो गया तो उसे छोड़ दिया। आज फिर सिद्धू राजनीतिक रूप में कमजोर हो रहा है और पंजाब का मुख्यमंत्री बनने की अपनी भूख को शांत करने के लिए उसी अनिल जोशी का समर्थन करना शुरू कर दिया है जो किसी समय सिद्धू के विरोधियों की सूची में नंबर एक पर था। उन्होंने कहा कि सिद्धू निहायत ही स्वार्थी और स्वै प्रसिद्धी का भूखा व्यक्ति है। इस लिए पंजाब के लोगों को इस व्यक्ति को मूह न लगाकर राज्य और पंजाब के हितों की लिए आवाज उठाने वाली कांग्रेस पार्टी के साथ कैप्टन अमरिंदर सिहं के नेतृत्व में एक जुट होना चाहिए।