योगी को चुनकर बीजेपी ने साबित कर दिया कि वो हिंदुत्व की राजनीति कर रही है: विपक्ष
कांग्रेस ने कहा कि योगी को चुनकर बीजेपी ने साबित कर दिया कि वो हिंदुत्व की राजनीति कर रही है।
नई दिल्ली। जैसे ही योगी आदित्यनाथ को भाजपा ने अपना सीएम घोषित किया, विरोधियों की त्योरियां चढ़ गईं और एक साथ विपक्षी दलों ने योगी को लेकर बीजेपी के कार्य और मंशा पर सवाल खड़े कर दिए।
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कांग्रेस का तीखा हमला
सबसे तीखा हमला कांग्रेस की ओर से आया है, जिसके प्रवक्ता संजय झा ने कहा कि यह फैसला 'स्पष्ट' संदेश देता है कि भाजपा ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है, उसकी मंशा क्या है साफ पता चल गया है।
हिंदूवादी नेता योगी आदित्यनाथ
पीएम मोदी ने स्पष्ट संदेश दे दिया है कि वो क्या चाहते हैं, एक धुर सांप्रदायिक, हिंदूवादी नेता योगी आदित्यनाथ को सीएम बनाकर भाजपा साफ-साफ ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है, जिसके स्पष्ट प्रभाव के तौर पर न सिर्फ उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे देश में कट्टर हिदूवादी विचारधारा को मजबूती मिलेगी, हम किसी पर आरोप नहीं लगा रहे हैं, स्थिति साफ है कि किसके दिल में क्या है?
कट्टर व्यक्ति को सीएम बना दिया
कांग्रेस ने साफ कहा कि इसे इस संदर्भ में भी समझने की भी जरूरत है कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश में एक भी मुस्लिम प्रत्याशी नहीं उतारा और बहुमत के बाद उसने एक कट्टर व्यक्ति को सीएम की कुर्सी पर बैठा दिया।
तृणमूल कांग्रेस
कांग्रेस की तरह तृणमूल कांग्रेस ने भी बीजेपी पर निशाना साधा है, तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि भाजपा उत्तर प्रदेश में कट्टर हिंदुत्व की राजनीति करना चाहती है और इसलिए उसने योगी को चुना है।
माकपा
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने भी कहा कि योगी के चयन से आरएसएस का एजेंडा स्पष्ट होता है, क्योंकि वे उत्तर प्रदेश को हिंदुत्व परियोजना का केंद्र बनाना चाहते हैं।
नफरत फैलाने वाले को चुना
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा कि भाजपा ने एक ऐसे व्यक्ति को चुना है, जिसने नफरत फैलाने वाले भाषणों और सांप्रदायिक हिंसा के रास्ते पर चलकर राजनीति में प्रवेश किया है।