राहुल को किसान नेता बनाने पर तुली कांग्रेस
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) कांग्रेस हर चंद कोशिश कर रही है ताकि उसकी तरफ से रविवार को हो रही रामलीला मैदान की किसान रैली सफल रहे। उसकी चाहत है कि 57 दिनों के बाद वापस दिल्ली लौटे राहुल गांधी उस दिन किसानों के रहनुमा के रूप में छा जाएं।
शक्ति प्रदर्शन
किसान रैली एक प्रकार से राहुल गांधी की वापसी की घोषणा के रूप में देखी जा रही है। रैली के आयोजन के लिए बनायी गयी समिति के प्रमुख दिग्विजय सिंह रैली की तैयारियों पर नजर रख रहे हैं। पार्टी ने अपने राज्यों के नेताओं से रैली में भारी भीड़ जुटाने को कहा है।
बैंकाक से लौटे राहुल तो बोले कांग्रेसी...मेरा बाबा आ गया..
चलो दिल्ली चलो
कांग्रेस को ‘चलो दिल्ली चलो' के अपने नारे के साथ देश के विभिन्न भागों से बड़ी संख्या में लोगों के रैली में पहुंचने की उम्मीद है। रैली का कांग्रेस एफएम रेडियो चैनलों पर भी प्रचार कर रही है। उधर, जयपुर से ‘किसान एक्सप्रेस' किसानों को लेकर दिल्ली के लिए रवाना होगी और बीच में यह छह स्टेशनों पर रूकते हुए रैली वाले दिन दिल्ली पहुंचेगी।
नेता एक्टिव हुए
दिल्ली कांग्रेस के कई नेता जिनमें अजय माकन, सज्जन कुमार, अरविंदर सिंह लवली वगैरह आज रामलीला मैदान में रविवार की रैली की तैयारी में जुटे थे। कांग्रेस रामलीला रैली को नए लैंड बिल के विरोध में आयोजित कर रही है। हालांकि सच्चाई ये है कि इस रैली के माध्यम से कांग्रेस राहुल गांधी को किसान नेता बनाना चाहती है।
बन चुके हैं किसानों के नेता
हालांकि दिल्ली कांग्रेस के सचिव राजेश डंग कहते हैं कि भट्टापरसौल के किसानों की लड़ाई लड़कर राहुल अपने को किसानों का नेता रूप में स्थापित कर चुके हैं। कांग्रेस को उम्मीद है कि रैली में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब और मध्य प्रदेश से भारी तादाद में किसान शामिल होंगे।
इनमें भट्टा परसौल गांव के किसान भी शामिल होंगे जहां से राहुल गांधी ने वर्ष 2011 में किसानों की जमीन का जबरन अधिग्रहण किए जाने के खिलाफ ‘पद्यात्रा' की शुरूआत की थी। बता दें कि यहां से शुरू हुए प्रदर्शन के चलते भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास और पुनर्बसाहट अधिनियम 2013 में उचित मुआवजे का अधिकार और पादर्शिता का अधिकार' कानून पारित हुआ था। रैली को सोनिया गांधी भी संबोधित करेंगी।
पहली बार रैली को सफल बनाना या कहें कि भीड़ जुटाने के काम में अहमद पटेल भी लगे हुए हैं। वे भी रामलीला मैदान आ जा रहे हैं। कांग्रेस के यूपी,हरियाणा,पंजाब के नेताओं से कहा गया है कि वे ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ रैली में दस्तक दें।