याकूब मेमन की फांसी का विस्तृत कार्यक्रम, जानिए क्या-क्या होगा 30 जुलाई को
नागपुर। याकूब मेमन की सभी दयायाचिकाएं खारिज होने के बाद तय हो चुका है कि उसे 30 जुलाई 2015 यानि उसी के जन्मदिन पर फांसी दी जायेगी। फांसी के दौरान कौन-कौन सी रस्मों अदा की जायेंगी, हम आपको बताने जा रहे हैं। कार्यक्रम बताने से पहले हम आपको बता दें कि सोशल मीडिया में जो सूचना वायरल हो रही है उसमें फांसी का समय 8 बजे बताया जा रहा है, जबकि जेल प्रशासन फांसी के सटीक टाइम का खुलासा कभी नहीं करते।
याकूब की फांसी का विस्तृत कार्यक्रम इस प्रकार है-
- सुबह 3 बजे: 29 की रात याकूब मेमन को नींद आयेगी, या नहीं, यह तो कहना मुश्िकल है, लेकिन 30 जुलाई को सुबह 3 बजे उसे उठा दिया जायेगा।
- सुबह 3:15 बजे। याकूब को सफेद कपड़े दिये जायेंगे, जिसे पहनकर वह नाश्ता करने पहुंचेगा।
- सुबह 3:25 बजे। याकूब को उसकी पसंद का नाश्ता परोसा जायेगा।
- सुबह 3:35 बजे। याकूब को बिना किसी बेड़ी के नागपुर जेल के अंदर घूमने के लिये आजाद कर दिया जायेगा। अगर वो चाहे तो जेल के मैदान में बाहर जाकर आखिरी बार खुले आसमान को देख सकेगा।
- सुबह 3:50 बजे। याकूब को अखिरी बार ईश्वर की प्रार्थना करने का मौका दिया जायेगा। यदि वह नमाज़ अता करना चाहेगा, तो उसे वह मौका भी दिया जायेगा।
- सुबह 4:10 बजे। उसे वहां ले जाया जायेगा जहां फांसी दी जाती है। वहां एक धर्मगुरु, एक समाजसेवी और जेल अधीक्षक मौजूद होंगे।
- सुबह 4:20 बजे। याकूब को अंतिम बार दुनिया देखने का मौका मिलेगा, क्योंकि इस वक्त उसके मुंह पर काला कपड़ा डाल दिया जायेगा और फांसी के तख्त पर खड़ा कर दिया जायेगा।
- सुबह 4:29 बजे। जेलर उलटी गिनती गिनेगा और जल्लाद सामने इशारे के इंतजार में होगा।
- सुबह 4:30 बजे। मजिस्ट्रेट का इशारा पाते ही जल्लाद याकूब को फांसी पर लटका देगा।
- जेल की नियमावली के अनुसार कम से कम 2 घंटे तक याकूब के शव को लटके रहने दिया जायेगा।
- सुबह 6:30 बजे। शव को सूली से उतार कर मेडिकल ऑफीसर चेक करेगा, कि मौत हुई कि नहीं। उसकी पुष्टि के बाद ही शव को बाहर लाया जायेगा।
- जेल के इस कार्यक्रम में ऐन मौके पर फेर बदल हो सकता है।
इसके बाद का मंजर क्या होगा, आप उसका अंदाजा भी नहीं लगा सकते। याकूब को तब तक तड़पाया जायेगा, जब तक उसकी मौत नहीं हो जाती। उसे तब तक फंदे पर लटकाये रखा जायेगा, जब तक उसकी सांसें चलना बंद नहीं हो जातीं।
7 फीट की गहरायी में लटकाया जायेगा याकूब को
याकूब मेमन का वजन 75 किलोग्राम है। जेल की नियमावली के अनुसार 75 किग्रा वजन के कैदी को कम से कम 7 फीट की गहराई तक लटकाया जाना चाहिये। उसी के अनुसार यह गहरायी तय की गई है। यदि कैदी का वजन 45 से 50 किलोग्राम तक होता है, तो उसके लिये गहरायी 8 फीट रखी जाती है। 60 से 80 किलोग्राम के कैदी के लिये गहरायी 7 से 8 फीट होती है। 90 किग्रा वाले के लिये 6 फीट रखी जाती है।
दफन करने की प्रक्रिया
[याकूब मेमन की बेटी तस्वीर में] अभी तक जेल प्रशासन ने याकूब मेनन को दफनाने पर कोई निर्णय नहीं लिया है। हालांकि नियमावली के अनुसार फांसी पर लटकाये जाने वाले कैदियों का अंतिम संस्कार सार्वजनिक रूप से नहीं किया जाता है। यदि याकूब के परिवार वालों को उसका शव चाहिये, तो लिखित आवेदन करना होगा। जेल प्रशासन याकूब के शरीर की तस्वीरों को सार्वजनिक नहीं करेगा। यदि परिजनों ने शव मांगा, तो उन्हें दिया जा सकता है।
यदि शव दिया परिजनों को
यदि याकूब का शव परिजनों को दे भी दिया गया, तो भी जेल प्रशासन अंतिम संस्कार के वक्त वहां मौजूद रहेंगे, क्योंकि सार्वजनिक रूप से अंतिम संस्कार तब भी नहीं किया जा सकेगा। और अगर दफनाने की प्रक्रिया जेल में ही हुई, तो परिजनों को वहां मौजूद रहने की अनुमति दी जायेगी।