#SukmaAttack: हमले में नक्सलियों को मिली स्थानीय लोगों की मदद
सोमवार को दोपहर 12:25 मिनट पर हुआ था छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों का हमला। करीब 300 नक्सलियों ने घात लगाकर सीआरपीएफ की टीम पर बोला धावा और 25 जवान हो गए थे शहीद।
नई दिल्ली। सोमवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा में दोपहर 12:25 मिनट पर हुआ नक्सली हमला हाल के वर्षों में हुए खतरनाक हमला माना जा रहा है। 300 नक्सलियों ने घात लगाकर हमला बोला जिसमें सीआरपीएफ के करीब 25 जवान शहीद हो गए हैं। अब अगर इंटेलीजेंस रिपोर्ट (आईबी) की मानें तो इस हमले को बिना स्थानीय मदद के अंजाम नहीं दिया जा सकता है।
नक्सलियों को थी पूरी जानकारी
आईबी रिपोर्ट के मुताबिक नक्सलियों को इस इलाके में मौजूद लोगों की मदद से सीआरपीएफ की टीम के मूवमेंट की जानकारी मिली थी। सीआरपीएफ टीम के मूवमेंट की एकदम सटीक जानकारी नक्सलियों को मुहैया कराई गई थी। हमले के बाद कई स्थानीय लोगों से पूछताछ जारी है। छत्तीसगढ़ के सुकमा में जो हमला हुआ है वह दरअसल सरकार की ओर से कराए जा रहे विकास कार्यों की वजह से हुआ है। आईबी की मानें तो हमला कहीं न कहीं नक्सलियों की बेचैनी को भी साफ दर्शाता है। नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए कई स्थानीय लोगों की मदद ली हुई है।
आक्रामक कार्रवाई का वादा
आईबी का कहना है कि जिस तरह से हमले को अंजाम दिया गया उससे यह साफ है कि नक्सलियों को सीआरपीएफ टीम के बारे में पूरी जानकारी थी। यह घात लगाकर किया गया एक सटीक हमला था जिसमें 25 जवान शहीद हो गए हैं। फिलहाल पुलिस के आला अधिकारियों के साथ राज्य और केंद्र के इंटेलीजेंस ब्यूरों हमले के बारे में और ज्यादा जानकारी हासिल करने में जुटे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से वादा किया है कि वह कड़ा कदम उठाएगी। सरकार ने नक्सलियों के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई करने की बात कही है।