नेशनल हाइवे 24-क्या इधर हुई थी महाभारत की लड़ाई?
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) नेशनल हाइवे 24। कभी-कभी इधर से गुजरते हुए इस तरह का अहसास होता है कि मानो महाभारत कुरुक्षेत्र में न होकर इधर ही हुई हो।
रोज इधर आप कारों वालों के बीच या कारों या दूसरे वाहन चलाने वालों के बीच मारपीट से लेकर गाली-गलौच होते हुए देख सकते हैं। कई बार लोगों के चेहरे से खून निकल रहा होता है। उसे देखना सच में भयावह होता है।
जाम ही जाम
सोमवार को सुबह साढ़े दस बजे के आसपास इधर कम से कम तीन जगहों पर यातायात जाम था। कारण जानने की कोशिश की तो पता चला कि कहीं कार वालों के बीच में और कहीं दूसरे वाहनों के ड्राइवरों के बीच महाभारत हो रहा है। सब जगहों पर तमाशबीन मौजूद थे। सारे मंजर को मजे से देख रहे थे। कोई नहीं दिखा तो यूपी पुलिस के जवान ही नहीं दिखे।
अराजकता का राज
आप जैसे दिल्ली ही के गाजीपुर से इस हाइवे पर गाजियाबाद में प्रवेश करते हैं तो आपको समझ आने लगता है कि आप उत्तर प्रदेश में है। उसी प्रदेश में जहां पर कानून का राज सालों पहले खत्म हो गया है। जहां पर सिर्फ अराजकता है।
सच हो दावा
हालांकि गाजियाबाद की लोकसभा में नुमाइंदगी करते हैं पूर्व आर्मी चीफ जनरल वी.के.सिंह। वी.के.सिहं दावा कर रहे हैं कि वे इस हाइवे को चौड़ा करवाएंगे। इस बाबत फाइल चल पड़ी है। भगवान करे उनका दावा सच हो।
मनहूस रोड
रोज एनएच-24 के रास्ते अपने गाजियाबाद स्थित डासना के कालेज में जाने वाले संदीप भार्गव ने कहा कि ये बेहद मनहूस रोड है। इधर रोज जाम लगता है। ये उन सड़कों में से नहीं है जहां पर कभी हालात सामान्य होते हैं। इधर तो रोज पंगा रहता है।
रात को लूटते कारें
इधर दिन में जाम के हालात बने रहते हैं तो रात होते ही अपराधी आ जाते हैं। ये कार वालों को लूटने के मौके कतई नहीं छोड़ते। नोएडा 62 सेकट्र की एक आईटी कंपनी में काम करने वाले सुधीर मिश्र कहते हैं कि रात को एनएच-24 से गुजरना बड़ी ही हिम्मत की बात है।