राजनाथ ने कहा, चरणबद्ध तरीके से ही हटेगा घाटी में कर्फ्यू
नई दिल्ली: कश्मीर में हिंसा के मुद्दे पर शुक्रवार को संसद में हुई सर्वदलीय बैठक के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि घाटी में कर्फ्यू व्यापक सुरक्षा समीक्षा के बाद ही चरणबद्ध तरीके से हटाया जाएगा।
वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ संयुक्त रूप से मीडिया को संबोधित करते हुए राजनाथ ने कहा कि घाटी के अशांत हिस्सों से कर्फ्यू एकदम से नहीं हटाया जाएगा। कर्फ्यू एक चरणबद्ध तरीके से ही हटाया जाएगा।
'घाटी के लोगों से सरकार को पूरी हमदर्दी'
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि घाटी के लोगों से सरकार को पूरी हमदर्दी है। सरकार ने सुरक्षा बलों को ज्यादा से ज्यादा संयम बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि हिंसा के कारण सरकारी दफ्तर और स्कूल भी प्रभावित हो रहे हैं और सरकार की कोशिश है कि हालात जल्द से जल्द सामान्य किए जाएं।
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सुरक्षाबलों के पैलेट गन के इस्तेमाल पर हो रहे विरोध को लेकर जेटली ने कहा कि सुरक्षा के मुद्दे पर जांच के लिए एक विशेष समिति गठित की गई है, जिसकी रिपोर्ट के बाद ही इस पर निर्णय लिया जाएगा।
जम्मू-कश्मीर के लिए 80 हजार करोड़ का पैकेज
घाटी में लगातार कर्फ्यू जारी रखने के मुद्दे पर जेटली ने कहा कि कश्मीर ने पहले भी 2008, 2010 और 2013 में कई बार ऐसे हालातों का सामना किया है लेकिन फिर भी स्थिति काबू में आई है।
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हालांकि वित्त मंत्री ने कहा कि इस बार हालात पहले से अलग हैं। गृह मंत्री ने कहा कि सरकार ने जम्मू-कश्मीर के लिए 80 हजार करोड़ रुपए के एक पैकेज को भी मंजूरी दी है।
गौरतलब है कि 8 जुलाई को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में एक मुठभेड़ के दौरान हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद राज्य में हिंसात्मक प्रदर्शन हो रहे हैं।