शिमला: दूरदर्शन केंद्र पर CBI का शिकंजा, सालों तक एक ही फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर पर दिखाई गई मेहरबानी
आरोप है कि शिमला दूरदर्शन केंद्र में कई सालों तक एक ही फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर पर मेहरबानी दिखाई गई और नियमों के विपरीत कार्य दिए जाने समेत कई मामलों को लेकर यहां सीबीआई ने दबिश दी।
शिमला। हिमाचल प्रदेश के शिमला दूरदर्शन केन्द्र पर सीबीआई की छापेमारी से केन्द्र में चल रही गड़बड़ियां एकाएक सुर्खियों में आ गई है। शिमला के दूरदर्शन केन्द्र पर सीबीआई की विशेष टीम ने छापा मारकर अपनी जांच शुरू कर दी है। अपनी वित्तिय गड़बडियों के लिए सुर्खियों में रहने वाले दूरदर्शन को इन दिनों विवादों ने घेर लिया है। जिसके चलते ही सीबीआई की ये कार्रवाई हुई। इस जांच से केन्द्र में तैनात कर्मचारियों में भी हड़कंप मच गया है।
सीबीआई की टीम अचानक यहां पहुंची और सारे रिकॉर्ड को अपने कब्जे में ले लिया। ये कार्रवाई बड़े ही गोपनीय तरीके से शुरू की गई। किसी को भी कानों-कान खबर नहीं थी। बताया जा रहा है की दूरदर्शन केंद्र की कुछ शाखाओं के कई दस्तावेज भी खंगाले गए और कुछ दस्तावेज भी सीबीआई की टीम ने जब्त किए हैं। इसके साथ-साथ केंद्र के कुछ अफसरों से भी टीम ने पूछताछ की और उनके बयान दर्ज कर रही है।
आरोप
है
कि
शिमला
दूरदर्शन
केंद्र
में
कई
सालों
तक
एक
ही
फिल्म
डिस्ट्रीब्यूटर
पर
मेहरबानी
दिखाई
गई
और
नियमों
के
विपरीत
कार्य
दिए
जाने
समेत
कई
मामलों
को
लेकर
यहां
सीबीआई
ने
दबिश
दी।
इसके
एवज
में
रॉयल्टी
दी
गई
थी।
बताया
जा
रहा
है
कि
गड़बड़ी
खेल
रॉयल्टी
में
हुई
है।
ये
दबिश
10
जून
2016
में
की
गई
थी।
उस
रेड
में
सीबीआई
ने
केंद्र
का
रिकॉर्ड
अपने
कब्जे
में
लिया
था।
इसके
बाद
सीबीआई
की
टीम
ने
दस्तावेजों
की
पड़ताल
की
और
फिर
जांच
के
बाद
केंद्र
से
कुछ
दस्तावेज
हासिल
किए।
इसके
बाद
सीबीआई
की
टीम
ने
वहां
के
अधिकारियों
से
पूछताछ
की
है।
इस
दौरान
अफसरों
से
इस
गड़बड़झाले
को
लेकर
कई
सवाल
किए
गए
और
उनके
बयान
रिकॉर्ड
किए
गए।
बताया
जा
रहा
है
कि
इस
गड़बड़ी
को
लेकर
सीबीआई
थाना
शिमला
में
मामला
दर्ज
है
और
एफआईआर
में
पूर्व
निदेशक
सहित
कुछ
अन्य
नाम
शामिल
हैं।
अब
आगे
की
पड़ताल
के
बाद
सीबीआई
इस
मामले
में
और
शिकंजा
कस
सकती
है।
पिछले वर्ष जुलाई में सीबीआई थाना शिमला में रॉयल्टी में अनियमितताओं को लेकर तीन लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ था। ये केस रेड के बाद दर्ज किया गया था। रेड में सीबीआई को गड़बड़ी के कई अहम सुराग मिले थे। अब सीबीआई ने फिर दबिश दी है और रिकॉर्ड को खंगाला है। ऐसे में आने वाले समय में आरोपी अफसरों पर सीबीआई शिकंजा कस सकती है।