आर्मी हेडक्वार्टर पर मनचाही पोस्टिंग के लिए घूस लेते थे लेफ्टिनेंट कर्नल, सीबीआई ने किया गिरफ्तार
नई दिल्ली। सीबीआई ने आर्मी हेडक्वार्टर से एक लेफ्टिनेंट कर्नल और एक मिडिलमैन को गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर ऑफिसर्स के ट्रांसफर और उनकी पोस्टिंग से जुड़ा एक रैकेट हेडक्वार्टर से संचालित करने का आरोप है। सीबीआई ने इससे पहले इस मामले से संबंधित एक एफआईआर दर्ज कर थी।
सीबीआई ने दर्ज किया केस
सीबीआई ने कुछ दिनों पहले आर्मी हेडक्वार्टर पर सीनियर ऑफिसर्स की संलिप्तता वाले एक बड़े ट्रांसफर रैकेट का भांडाफोड़ा था। सीबीआई ने इस सिलसिले में लेफ्टिनेंट कर्नल रंगनाथ मोनी और मिडिलमैन गौरव कोहली को गिरफ्तार किया है। ऐसे आरोप हैं कि ऑफिसर्स की पोस्टिंग्स में गैरकानूनी लेनदेन के बदले हेरफेर किया जा रहा था। सीबीआई ने आर्मी हेडक्वार्टर पर पोस्टेड एक लेफ्टिनेंट कर्नल और दो और आर्मी ऑफिसर्स के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया था। सीबीआई की एफआईआर में एक ब्रिगेडियर का नाम भी है और माना जा रहा है कि सीबीआई मामले में और गिरफ्तारियां कर सकती है। सीबीआई ने लेफ्टिनेंट कर्नल सुवरामनी मोनी, पर्सनल डिविजन, आर्मी हेडर्क्वाटर, हैदराबाद के एक आर्मी ऑफिसर पुरुषोत्तम और बेंगलुरु के आर्मी ऑफिसर एस सुभाष के खिलाफ केस दर्ज किया है। साथ ही मिडिलमैन गौरव कोहली पर भी केस दर्ज हुआ है। लेफ्टिनेंट कर्नल मोनी पर आरोप है कि उन्होंने कोहली और पुरुषोत्तम के साथ मिलकर ऑफिसर्स के ट्रांसफर को प्रभावित करने की कोशिश की। पुरुषोत्मम वर्तमान समय में काकीनाड़ा में पोस्टेड हैं।
ट्रांसफर के लिए पांच लाख रुपए घूस
ऐसे आरोप हैं कि पुरुषोत्तम ने कुछ आर्मी ऑफिसर्स से कॉन्टैक्ट किया था। ये आफिसर्स वे ऑफिसर्स हैं जो फील्ड में पोस्टेड हैं और उनका तुरंत ही ट्रांसफर होने वाला है और वह अपनी पंसदीदा जगह पर ट्रांसफर कराना चाहते हैं। पुरुषोत्तम, कोहली से संपर्क करता था जिसका आर्मी हेडक्वार्टर पर पर्सनल डिविजन में ऑफिसर्स के साथ काफी करीबी संबंध हैं। कोहली बड़ी रकम के बदले आर्मी ऑफिसर्स के ट्रांसफर के लिए अपने कॉन्टैक्ट्स का प्रयोग करता था। पुरुषोत्तम ने कोहली से अनुरोध किया था कि वह डीएसआरके रेड्डी और सुभाष की पोस्टिंग के मामले को आगे बढ़ाए। दोनों ही ऑफिसर्स बेंगलुरु से सिंकदराबाद या फिर विजाग अपना ट्रांसफर चाहते थे। मोनी ने इसके बाद भरोसा दिलाया कि वह सुभाष का ट्रांसफर आर्मी हेडक्वार्टर पर मौजूद एक सीनियर ऑफिसर के जरिए कराएंगे। बताया जा रहा है कि सुभाष ने हवाला ऑपरेटर के जरिए पांच लाख रुपए की घूस कोहली तक भेजी थी। कोहली इसके बाद मोनी के घर गया और यहां पर उसने हेडक्वार्टर पर पोस्टेट कुछ और सीनियर आफिसर्स से मुलाकात की। सीबीआई की एफआईआर में कहा गया कि मोनी, सुभाष के ट्रांसफर मामले पर ब्रिगेडियर एसके ग्रोवर जो कि आर्मी हेडक्वार्टर पर पर्सनल डिविजन पर बतौर डीडीजी तैनात हैं, उनके साथ संपर्क में था एफआईआर में आरोप है कि कोहली ने सुभाष के ट्रांसफर के लिए मोनी को करीब दो लाख रुपए घूस दी थी।