बीजेपी कार्यकर्ताओं ने फूंका सीएम अखिलेश का पुतला, पुलिस ने भांजी लाठियां
लखनऊ (हिमांशु कुमार आत्मीय)। बीते दिनों उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के खुदादादपुर में दो गुटों के बीच हुए संघर्ष के बाद जारी तनाव के बीच बीते कल वहां का जायजा लेने जा रहे भाजपा के एक दल को गिरफ्तार कर लिया गया। सूबे के पूर्व पुलिस महानिदेशक और भाजपा के वरिष्ठ नेता बृजलाल की अगुआई में लखनऊ से जा रहे 2 लोगों को बाराबंकी के टोल प्लाजा पर गिरफ्तार किया गया।
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दल के दूसरे सदस्य और पूर्व पुलिस महानिरीक्षक राजेश राय के साथ लाल को शान्तिभंग की आशंका के तहत गिरफ्तार कर उन्हें बाराबंकी के पुलिस लाइंस ले जाया गया। जानकारी मिलने पर जिलाध्यक्ष अवधेश श्रीवास्तव, भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता रामबाबू द्विवेदी, वैभव मिश्रा एवं अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचे। जहां पर उन्होंने पुलिस का घिराव किया। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने प्रशासन द्वारा उन पर लाठी चार्ज करने का आरोप लगाया है।
वन इंडिया ने की बृजलाल से बात
पूर्व पुलिस महानिदेशक एवं बीजेपी नेता बृजलाल ने बताया कि पार्टी ने खुदादापुर मामले में हुए मामले की जानकारी लेने हेतु राजेश राय के साथ उन् भेजा था, जबकि आजमगढ़ जा रही बीजेपी की टीम के अन्य सदस्य पूर्व मंत्री शिव प्रताप शुक्ल, गोरखपुर सदर विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल, सांसद नीलम सोनकर और बलिया के फेफना से विधायक उपेन्द्र तिवारी को आजमगढ़ में मिलना था। लेकिन उन्हें बाराबंकी टोल प्लाजा पर ही रोक लिया गया। जिस पर बृजलाल द्वारा ऐतराज जताने पर उन्हें पुलिस लाइंस लाया गया।
सपा पर लगाया आरोप
बृजलाल ने बताया कि जनता के सामने सच्चाई आने से रोकने के लिए भाजपा की जांच टीम को आजमगढ़ जाने से रोका जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी(सपा) अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव का संसदीय निर्वाचन क्षेत्र होने के नाते आजमगढ़ पुलिस निष्पक्ष कार्रवाई नहीं कर रही है। उनका दावा है कि खुदादापुर गांव में 13 दलितों के मकान जला दिए गए। पुलिस उपाधिक्षक को गोली लगी है, उप-जिलाधिकारी भी घायल हुए हैं।
लोगों को मारने-पीटने की सूचना मिल रही है
लेकिन मामले को दबाने के लिए इन लोगों को मामूली चोट लगने की बात कही जा रही है। उन्होंने कहा कि पड़ोस के गांव फरिहा में भी दबंगों द्वारा लोगों को मारने-पीटने की सूचना मिल रही है। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी घटनाओं को यदि समय रहते दबा दिया जाए तो वह बढ़ नहीं पाती है। मुजफ्फरनगर में 3 हत्याओं के बाद निष्पक्ष कार्रवाई हो गई होती तो शायद वहां इतना बड़ा दंगा नहीं हुआ होता। हालांकि सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी(सपा) ने कहा कि तिल को ताड़ बनाने में जुटी भाजपा की साजिश सफल नहीं होने दी जाएगी।
लाठीचार्ज में घायल हुए बीजेपी नेता
वन इंडिया से भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता ने बातचीत के दौरान लाठीचार्ज में उन्हें लगी चोटें भी दिखाईं। और कहा कि हर किसी भी कीमत पर दलितों को उत्पीड़न प्रदेश सरकार द्वारा नहीं होने देंगे।