भाजपा उपाध्यक्ष बोले, बैंक में ही क्यों, राशन की लाइन में भी तो लोग मरते हैं
रिटायर्ड कर्मचारी की बैंक की लाइन में मौत के सवाल पर दिया भाजपा उपाध्यक्ष ने जवाब।
मध्य प्रदेश। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ विनय सहस्रबुद्धे ने बैंक में नोट बदलने में लोगों को आ रही परेशानी और इस दौरान हुई मौत के सवाल पर कहा है कि लोग तो राशन की लाइन में भी मर जाते हैं, फिर बैंक को लेकर ही क्यों हल्ला हो रहा है।
पीएम मोदी के 8 नवंबर को देश भर में 500 और 1000 के नोट पर बैन के ऐलान के बाद इन नोटों को बदलने के लिए बैंकों और एटीएम के बाहर लंबी कतारें लग रही हैं। घंटों लाइन में लगने से लोग परेशान हो रहे हैं। नोट बैन के बाद आई परेशानी से देश से कई मौतों की खबर भी आई है।
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मध्य प्रदेश के सागर में एक रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी की बैंक में लाइन में लगे-लगे तबीयत बिगड़ने के बाद मौत हो गई थी। विनोद पांडे नाम के इस शख्स ने बैंक में ही दम तोड़ दिया था।
भोपाल में भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ विनय सहस्रबुद्धे से देश में नोट बैन से हो रही परेशानी के बीच विनोद पांडे के बैंक की लाइन में दम तोड़ देने की बाबत सवाल किया गया था।
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रिटायर्ड कर्मचारी की मौत के सवाल पर दिया जवाब
डॉ विनय सहस्रबुद्धे ने बैंक की लाइन में मौत के सवाल पर उन्होंने कहा कि लोग तो राशन की लाइन में भी मर जाते हैं।
ये कह देने के बाद हालांकि सहस्रबुद्धे ने अपनी बात को संभालते हुए उन्होंने कहा कि अब आगे ऐसा न हो इसके लिए पूरी व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि उन्हें लोगों को हो रही परेशानी पर दुख है।
मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री नरोत्तम दास के आवास पर सहस्रबुद्धे ने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि देश से कालेधन को खत्म करना है तो जनता को कष्ट तो सहना ही होगा। भाजपा उपाध्यक्ष ने कहा कि लोग जल्दी क्यों कर रहे हैं, नोट बदलने को काफी समय है।
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पीएम मोदी ने 8 नवंबर को देश के नाम संबोधन में 1000 और 500 के नोट बैन कर देने का ऐलान किया था। इस फैसले को कालेधन पर लगाम के लिए जरूरी कहा गया है। इससे आम आदमी को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लोगों के सामने कई तरह के संकट इस नोट बैन के बाद हैं।