अमेरिकी जासूसी मामले पर बीजेपी की दो टूक, दोबारा ऐसा गलती ना हो
भारत ने शीर्ष अमेरिकी राजनयिक रिपीट राजनयिक को तलब किया है और भाजपा की जासूसी का मुद्दा उठाया और इसे अस्वीकार्य करार दिया । भारत ने अमेरिका से यह भी आश्वासन मांगा कि इस तरह की हरकत दोबारा नहीं हो।
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खबर के आते ही भारतीय विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह अमेरिकी अधिकारियों के सामने इस मुद्दे को जरूर उठाएगा और अपनी आपत्ति दर्ज कराएगा। बीते दिनों अमेरिकी एनएसए के पूर्व कर्मचारी और अब व्हिसलब्लोअर बने एडवर्ड स्नोडेन ने खुलासा किया था कि एनएसए ने बीजेपी की जासूसी कराई थी।
खबर के मुताबिक दस्तावेज में 193 विदेशी सरकारों और विदेशी दलों तथा लोगों के नाम हैं, जो फॉरेन इंटेलीजेंस सर्विलांस कोर्ट द्वारा मंजूर 2010 के एक प्रमाणपत्र का हिस्सा हैं। इस सूची में भारत का भी नाम है। हालांकि अब भाजपा की ओर से मिली कड़ी प्रतिक्रिया पर अमेरिका से क्या जवाब आता है, यह तो वक्त ही बताएगा।