नस्लीय टिप्पणी को लेकर सोशल मीडिया पर घिरे भाजपा नेता
नस्लीय टिप्पणी को लेकर भाजपा नेता तरुण विजय सोशल मीडिया पर घिरे, अपने बयान पर मांगी माफी।
नई दिल्ली। भाजपा के पूर्व सांसद तरुण विजय नस्लीय हमलों को लेकर विदेशी मीडिया में अपना बयान को लेकर विवादों में घिर गए हैं। तरुण विजय ने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम के दौरान अपना पक्षा रखते हुए दक्षिण भारतीयों का काला कहा जिसको लेकर सोशल मीडिया पर वह चर्चा का विषय बन गए हैं और बड़ी संख्या में लोग उनके बयान को लेकर आलोचना कर रहे हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर तमाम शिकायतों के बाद तरुण विजय ने अपने बयान के लिए मांफी मांग ली है।
क्या है विवादित बयान
तरुण विजय अल जजीरा न्यूज चैनल पर अपना पक्ष रख रहे थे, विजय हाल ही में भारत में अफ्रीकी छात्रों पर हुए हमले पर अपनी बात रख रहे थे, इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत विभिन्न संस्कृतियों का देश है। इस दौरान उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत में केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक में काले लोग रह रहे हैं यह इसलिए हैं क्योंकि हम एक दूसरे की संस्कृति का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा था कि अगर हम रेसिस्ट होते तो हम तमिल, केरल, कर्नाटक और आंध्र के लोगों के साथ क्यों रहते हैं, हमारे यहां भी काले लोग हैं।
भारत
सरकार
ने
भी
हमले
को
दुर्भाग्यपूर्ण
बताया
तरुण
विजय
ने
जिस
तरह
से
भारत
का
पक्ष
रखते
हुए
दक्षिण
भारतीयों
को
काला
कहा
उसको
लेकर
उनकी
सोशल
मीडिया
पर
आलोचना
होने
लगी
और
उनका
वीडियो
सोशल
मीडिया
पर
वायरल
हो
गया।
तरुण
विजय
का
बयान
ऐसे
वक्त
पर
आया
है
जब
भारत
में
अफ्रीकी
देशों
के
लोगों
पर
नस्लीय
हमला
हुआ
है,
इस
हमले
को
भारत
सरकार
ने
भी
दुर्भाग्यपूर्ण
बताया
है।
तरुण
विजय
ने
मांगी
मांफी
सोशल
मीडिया
पर
घिरने
के
बाद
तरुण
विजय
ने
अपने
बयान
पर
सफाई
देते
हुए
लिखा
कि
मेरे
शब्द
मेरी
बात
को
सही
तरह
से
रख
नहीं
पाए,
इसके
लिए
मैं
लोगों
से
मांफी
मांगता
हूं।
उन्होंने
ट्वीट
करके
कहा
कि
मैं
जो
नहीं
कहना
चाहता
था
वह
मेरे
शब्दों
से
समझा
गया
उसके
लिए
मैं
मांफी
मांगता
हूं।
विजय
ने
कहा
कि
मेरा
कहने
का
मतलब
था
कि
अगर
हम
नस्लीय
होते
तो
हमारे
देश
में
अलग-अलग
रंगों
के
लोग
रहते
हैं
और
कभी
एक
दूसरे
पर
नस्लीय
टिप्पणी
नहीं
करते
हैं।
अफ्रीकी
छात्रों
पर
ड्ग्स
सप्लाई
का
आरोप
गौरतलब
है
कि
यह
पूरा
मुद्दा
उस
वक्त
चर्चा
में
आया
जब
कुछ
नाईजीरियन
छात्रों
को
साथ
ग्रेटर
नोएडा
में
कुछ
लोगों
ने
मारपीट
की।
यहां
एक
लड़के
की
नशे
की
चलते
मौत
हो
गई
थी,
जिसके
बाद
नाईजीरिया
के
छात्रों
पर
कुछ
लोगों
ने
हमला
बोल
दिया,
लोगों
का
आरोप
था
कि
ये
अफ्रीकी
छात्र
यहां
के
बच्चों
को
ड्रग्स
देते
हैं।