चुनाव खत्म होने के बाद सभी के जुबान से मिला एक ही जबाब हम जीतेंगे
पटना (मुकुंद सिंह)। विधानसभा चुनाव के पहले चरण के चुनाव समाप्त होने पर सभी दलों के नेताओं ने अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. अशोक चौधरी ने दावा किया है कि इस बार पूरे बिहार में महागठबंधन के पक्ष में हवा है। उन्होंने कहा कि समाज के अति पिछड़ा वर्ग के लोगों ने महागठबन्धन के समर्थन में चुनावी सभाओं में बड़ी संख्या में शिरकत की। साथ ही अल्पसंख्यक, दलित एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के साथ उच्च वर्ग के लोग भी महागठबन्धन का समर्थन कर रहे हैं।
दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के समय देश की जनता से भ्रष्टाचार खत्म करने, मँहगाई पर नियंत्रण लगाने, सत्ता में आने के 100 दिनों के भीतर विदेशों से कालाधन लाकर प्रत्येक भारतीय नागरिक के खाते में 15-15 लाख रुपए जमा करने का वायदा किया था। जबकि उनके द्वारा किये गये एक भी वायदे आज तक पूरे नहीं हुए, लेकिन अब बिहार को देश का सबसे विकसित राज्य बनाने का वायदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा एवं उनके नेता केवल वायदे करते हैं और सत्ता में आने पर उन वायदों को चुनावी जुमले करार देते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता बड़ी जागरूक है तथा भाजपा एवं उनके घटक दलों के मंसूबे को जान गये हैं।
वहीं युवा राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव नीलमणि पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के झासे मे बिहार के युवा फसने वाले नही। बिहार के युवाओं को ठगना बन्द करे नीतीश । साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षो के शासनकाल के दरम्यान उन्होने कितने बेरोजगार नवयुवकों को रोजगार दिया। राज्य सरकार न तो युवाओं को रोजगार दी और न ही बेरोजगारी दुर करने हेतु कोई सार्थक कदम उठाई केवल युवाओं को झासे मे रखकर उन्हे गुमराह किया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केवल युवाओं को गुमराह कर उनका शोषण करने का काम किये है।
बिहार के युवा अब राज्य मे बदलाव चाहते है और यही वजह है कि राज्य से कुशासन सरकार को उखाड़ फेकने का संकल्प लेते हुये एनडीए गठबंधन के पक्ष मे एकजुट होने लगे है। केन्द्र से मिलने वाली धनराशि का विकासशील कार्यों मे इस्तेमाल कर पाने मे राज्य सरकार अबतक फिसड्डी साबित हुइ है और दूसरी ओर मुख्यमंत्री विशेष राज्य के दर्जा कि माग करते है, जो हास्यास्पद सा लगता है। जब केन्द्र सरकार ने बिहार के विकास के लिए सवा सौ करोड़ का विशेष पैकेज देने का ऐलान किया तो नीतीश कुमार इसमे भी राजनीतिक रोटी सेकने लगे।
जो जन हित मे नही है। नीतीश जी को सबसे पहले यह बताना चाहिए कि केन्द्र से मिलने वाले पैसो का राज्य सरकार किन किन विकास योजनाओं मे खर्च की। एक ओर राज्य सरकार केन्द्र से मिलने वाली धनराशि का इस्तेमाल नही कर पाती है वही दूसरी ओर विशेष दर्जा का मांग भी करती है। बिहार के युवा नीतीश कुमार के कथनी और करणी मे फर्क समझ चुके है और चुनाव मे इन्हे चारो खाने चित करेगे। राज्य मे पूर्ण बहुमत से एनडीए की सरकार बनेगी।
इस क्रम में लोजपा के प्रवक्ता ललन सिंह चंद्रवंशी ने दावा किया है कि इस बार एनडीए के पक्ष में लहर है। उन्होंने बताया कि जिस तरह एनडीए के पक्ष में नेताओं का भाषण सुनने के लिए हुजूम मैदान में आकर अपने प्रिय नेता का भाषण सुन रहे हैं, इससे साबित होता है कि लोग अब नीतीष-लालू से निजात पाना चाह रही है। उन्होंने कहा कि जब एनडीए की सरकार राज्य में स्थापित होगी तो यहॉं के नौजवानों को रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।