काम ना करने वाले 381 अधिकारियों पर चला डंडा, मोदी को दी गई जानकारी
मोदी सरकार का अधिकारियों पर चला डंडा, 381 अधिकारियों को उनके सुस्त काम और अन्य वजहों से मिली सजा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी कार्यप्रणाली को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं, खबरों की मानें तो पीएम सिर्फ चार घंटे के लिए ही सोते हैं, ऐसे में उनके साथ काम करने वाले अधिकारियों को भी पीएम मोदी के नख्शेकदम पर चलना पड़ रहा है। पीएम मोदी के इसी नख्शेकदम पर चलते हुए कार्मिक मंत्रालय ने 381 अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है।
24 आईएएस अधिकारियों पर गिरी गाज
कार्मिक मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि खराब प्रदर्शन और अवैध गतिविधियों में लिप्त 24 आईएएस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इन 24 अधिकारियों के अलावा 357 अन्य अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है। इन अधिकारियों के खिलाफ समय से पहले सेवानिवृत्ति और पारिश्रमिक में कटौती की कार्रवाई की गई है। इस लिहाज से काम नहीं करने वाले या अनियमितता में लिप्त कुल 381 अधिकारियों पर गाज गिरी है।
पीएम को दी गई जानकारी
कार्मिक मंत्रालय की ओर से जारी 3 इयर्स ऑफ सस्टेन्ड एचआर इनीशिएटिव्स - फाउंडेशन फॉर ए न्यू इंडिया नाम की पुस्तिका में इन तमाम बातों का जिक्र किया है, इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बाबत जानकारी दे दी गई है। इस पुस्तिका में कहा गया है कि नौकरशाही को जवाबदेह बनाने के लिए सरकार ने सत्यनिष्टा को प्रदर्शन को आधार बनाया है, इसी पर बेहतर शासन निर्भर करता है।
अधिकारियों को स्पष्ट संदेश
जिन अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है उसमें विदेशों में तैनात अधिकारी भी शामिल हैं, इनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की गई है। ये तमाम अधिकारी अपने तय कार्यकाल से अधिक एक ही जगह पर जमे हुए हैं। मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि हमारी तरफ से उठाए गए यह सख्त कदम काफी हद तक नौकरशाही में अनुशासन लाने और जवाबदेही तय करने में सफल रहे हैं। साथ ही कर्मचारियों को यह स्पष्ट संदेश पहुंचा है कि या तो प्रदर्शन करो या बाहर का जाओ।
कई अधिकारियों की समीक्षा हुई
कार्मिक मंत्रालय की ओर से देशभर के 2953 आईएएस अधिकारियों की समीक्षा की गई है, जिसमें आईएएस, आईपीएस आईएफओएस शामिल हैं। इसके अलावा इस समीक्षा में 11828 ग्रुप ए के अधिकारी भी शामिल हैं। इसके साथ ही भ्रष्टाचार और गलत काम करने वाले अधिकारियों को दूर करने के लिए ग्रुप बी के 19714 कर्चारियों का लेखा-जोखा देखा गया। जिसके ब द 381 अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। 1 आईएएस, 2 आईपीएस सहित कुल 25 ग्रुप एक के अधिकारियों व 99 ग्रुप बी के अधिकारियों को समय से पहले ही रिटायर कर दिया गया है।