बेंगलुरु छेड़खानी मामला: पुलिस ने खंगाले 60 CCTV कैमरे, नहीं मिला कोई सबूत
प्रवीण सूद ने कहा है कि महिला पुलिसवालों के कंधों पर रोती लड़कियों और उनके दोस्तों की तस्वीरें छेड़छाड़ की घटना से संबंधित नहीं है।
बेंगलुरु। नए साल के जश्न के दौरान हाईटेक सिटी बेंगलुरु में लड़कियों के साथ हुए छेड़खानी की घटना से देश गुस्से में है। छेड़खानी का वीडियो में सामने आ चुका है। लेकिन अब बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर का कहना है कि उन्हें 60 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में छेड़छाड़ के कोई सबूत नहीं मिले हैं। कमिश्नर प्रवीण सूद ने कहा कि 2 जनवरी को एक अखबार ने कुछ धुंधली तस्वीरों के साथ इस मुद्दे को उठाया था। पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया क्योंकि ये ऐसा मामला था जिसे किसी भी कीमत पर नजरअंदाज नहीं किया जा सकता था। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच के दौरान करीब 50 से 60 सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया लेकिन छेड़छाड़ का कोई सबूत नहीं मिला।
आपको
बता
दें
कि
प्रवीण
सूद
ने
1
जनवरी
को
ही
बेंगलुरु
के
बतौर
पुलिस
कमिश्नर
चार्ज
संभाला
है।
अंग्रेजी
अखबार
इंडियन
एक्सप्रेस
में
छपी
खबर
के
मुताबिक
प्रवीण
सूद
ने
कहा
है
कि
महिला
पुलिसवालों
के
कंधों
पर
रोती
लड़कियों
और
उनके
दोस्तों
की
तस्वीरें
छेड़छाड़
की
घटना
से
संबंधित
नहीं
है।
VIDEO:
बेंगलुरु
जैसा
ही
न्यू
ईयर
की
रात
दिल्ली
में
भी
हुआ
था
हैवानियत
का
तांडव
उन्होंने
कहा
कि
जब
सीबीडी
में
भगदड़
मची
थी
तो
पुलिस
को
भीड़
पर
लाठीचार्ज
करनी
पड़ी,
जिससे
लड़कियां
डर
गईं।
सूद
ने
मीडिया
से
ही
सवाल
किया
कि
उनके
सामने
छेड़छाड़
के
मामले
उस
वक्त
क्यों
नहीं
लाए
गए,
जब
उन्होंने
1
जनवरी
को
चार्ज
संभाला
था।
उन्होंने
कहा
कि
पुलिस
ने
मीडिया
द्वारा
रिपोर्ट
की
गई
छेड़छाड़
की
इन
4
घटनाओं
पर
खुद
संज्ञान
लिया।
चार
आरोपी
हो
चुके
हैं
गिरफ्तार
बेंगलुरु
के
कम्मनहल्ली
रोड
पर
नए
साल
की
पूर्व
संध्या
यानी
कि
31
दिसंबर
को
एक
नॉर्थ
ईस्ट
की
लड़की
के
साथ
छेड़खानी
का
सीसीटीवी
वीडियो
सामने
आया।
इस
वीडियो
के
बाद
पुलिस
एक्धन
में
आ
गई
और
कार्रवाई
करते
हुए
चार
आरोपियों
को
गिरफ्तार
किया।
इसमें
मुख्य
आरोपी
का
नाम
अयप्पा
उर्फ
नीतीश
कुमार
बताया
जा
रहा
है
जिसकी
उम्र
महज
19
साल
है
और
वह
डिलिवरी
ब्वॉय
है।
अयप्पा
ने
ही
लड़की
को
गलत
ढंग
से
छुआ
था
और
उसके
साथ
अश्लील
हरकत
की
थी।
अयप्पा
के
अलावा
तीन
अन्य
आरोपियों
का
नाम
लेनो,
सोम
शेखर
और
सुदेश
है।