पाक की बर्बरता से शहीद हो रहे जवान, आखिर देश क्यों मनाए दिवाली
क्या इस दिवाली भी हम पटाखे फोड़ेंगे, अनार और फुलझड़ी जलाएंगे। क्या हमारी देशभक्ति केवल कहने-सुनने और फेसबुक स्टेट्स लिखने तक सीमित है।
नई दिल्ली। किसी मां का लाल चला गया, किसी बहन का सुहाग उजड़ गया, किसी मुन्ना-किसी मुन्नी के सिर से बाप का साया उठ गया, कोई बाप अपने बेटे के लिए भीतर ही भीतर रो रहा है। बॉर्डर पर सर्जिकल स्ट्राइक से बौखलाया पाकिस्तान नीच हरकत पर उतर आया है।
पाक फायरिंग में बीएसएफ का एक और जवान शहीद
पाकिस्तान की घिनौनी करतूत
2013 में जो हरकत उसने शहीद हेमराज के साथ की थी। उसी तरह की कायराना हरकत इस दिवाली के मौके पर उसने जवान मंदीप सिंह के साथ की है।
पाक ने कब-कब भारतीय जवानों के साथ की नीच हरकत
पाकिस्तानी आतंकियों ने हमारे जवान के शव के साथ अमानवीय व्यवहार किया और शरीर को क्षत-विक्षत कर सिर काट लिया। पाकिस्तान की फौज ने कवर फायरिंग करते हुए इस काम में मदद की।
सुनिए, प्रधानमंत्री जी, इस देशभक्त महिला का गुस्सा और गुहार
पाकिस्तान को देना होगा मुंह तोड़ जवाब
पाकिस्तान ने ऐसा जानबूझकर किया लगता है। ताकि दिवाली के जश्न को फीका किया जा सके। अब वक्त है कि देश इसका माकूल जवाब दें। जरूरत है देशवासी इस पूरे मौके पर उन परिवारों के साथ खड़े हों, जिन्होंने अपने जवान बेटे, अपने पिता अपने पति को खोया है।
क्या इस दिवाली भी हम पटाखे फोड़ेंगे, अनार और फुलझड़ी जलाएंगे। क्या हमारी देशभक्ति केवल कहने-सुनने और फेसबुक स्टेट्स लिखने तक सीमित है। आइए ये दिवाली हम जश्न नहीं संकल्प का दीया जलाकर मनाएं और देश के लिए शहीद हुए सपूतों के परिवारों के दुख को अपना मानकर सारा देश उनके लिए एक परिवार बन जाए।
आतंकियों ने शहीद भारतीय जवान का शव किया क्षत-विक्षत
दिवाली से ठीक पहले जिस तरह से पाकिस्तान ने लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है। एलओसी पर लगातार भारतीय जवान शहीद हो रहे हैं। इस बीच पाकिस्तान की ओर से एक और घिनौनी हरकत हुई है। पाकिस्तान समर्थित आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान सेना के जवान मंदीप सिंह शहीद हो गए।
आतंकियों की हिम्मत देखिए कि शहीद होने के बाद उन्होंने भारतीय जवान का शव भी क्षत-विक्षत कर दिया। एलओसी के पास कुपवाड़ा के माछिल सेक्टर में ये पूरा घटनाक्रम हुआ। इस घटना के सामने आने के बाद शहीद हेमराज की यादें ताजा हो गई, जिनके साथ कुछ ऐसा ही सलूक किया गया।
एक हफ्ते में 6 भारतीय जवान हुए शहीद
इससे पहले वर्ष 2013 में भी कश्मीर के मेंढर सेक्टर में शहीद जवान लांसनायक हेमराज सिंह का सिर काटा गया था और दूसरे शहीद के शरीर को क्षत-विक्षत किया गया था। जिसके बाद लोगों में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा था।
ये कोई इकलौता मामला नहीं हैं। एक हफ्ते में करीब 6 भारतीय जवान सीमा पर शहीद हो चुके हैं। शनिवार को भी पाक फायरिंग में बीएसएफ के जवान नितिन सुभाष शहीद हो गए। नितिन सुभाष जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में तैनात थे। जहां पाकिस्तान की ओर से की जा रही फायरिंग में वो शहीद हो गए।
गढ़वाल राइफल्स के जवान संदीप सिंह रावत भी हुए शहीद
कश्मीर की सीमा पर पाकिस्तान की ओर से की जा रही फायरिंग में गुरुवार को गढ़वाल राइफल्स के जवान संदीप सिंह रावत शहीद हो गए। कुपवाड़ा के तंगधार सेक्टर में वो तैनात थे। बताया जा रहा कि गुरुवार दोपहर तंगधार सेक्टर में पेट्रोलिंग पर थे जब एलओसी पर कुछ संदिग्ध घुसपैठ की कोशिश हो रही थी।
जवानों ने उन्हें ललकारा तो इन्होंने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। गोलीबारी में संदीप सिंह रावत शहीद हो गए जबकि उनका एक साथी घायल हो गया। गढ़वाल राइफल्स के जवान संदीप सिंह रावत देहरादून के रहने वाले थे। दो साल पहले ही वो भारतीय सेना में शामिल हुए।
बीएसएफ जवान जीतेंद्र कुमार शहीद बिहार के रहने वाले थे
जम्मू के आरएसपुरा सेक्टर में पाकिस्तान की फायरिंग में घायल हुए बीएसएफ जवान जीतेंद्र कुमार शहीद हो गए हैं। बिहार के रहने वाले जीतेंद्र कुमार को मोर्टार फायरिंग में स्पिलिंटर लग गया था।
जीतेंद्र कुमार को गुरुवार की सुबह शहादत हासिल हुई है। कश्मीर की सीमा पर पाकिस्तान की ओर से की जा रही फायरिंग में गुरुवार को गढ़वाल राइफल्स के जवान संदीप सिंह रावत शहीद हो गए।
पाकिस्तान की ओर से की गई फायरिंग में शहीद हुए थे सुशील कुमार
बीएसएफ जवान जीतेंद्र कुमार से पहले बीएसएफ के ही सुशील कुमार शहीद हो गए थे। बीएसएफ के हेड कांस्टेबल पद पर तैनात सुशील कुमार 47 वर्ष के थे। सुशील कुमार 24 साल से बीएसएफ में कार्यरत थे। लगभग डेढ़ साल पहले उनकी तैनाती छत्तीसगढ़ से जम्मू के आरएसपुरा सेक्टर में हुई।
24 अक्टूबर को सुबह में पाकिस्तान की ओर से फायरिंग में उनको गोली लगी थी। जिसके बाद वो शहीद हो गए। वो हरियाणा के पहेवा के रहने वाले थे।
पाकिस्तान लगातार कर रहा सीजफायर का उल्लंघन
जम्मू-कश्मीर कठुआ में पाकिस्तान की फायरिंग में बीएसएफ के जवान गुरनाम सिंह शहीद हो गए। बताया जा रहा है कि कठुआ के अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ के बड़े प्रयास को नाकाम करने में उनकी अहम भूमिका रही थी।
बीएसएफ की टीम ने पाकिस्तानी गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब देते हुए पाकिस्तान रेंजर्स के सात लोगों और एक आतंकवादी को मार गिराया था।
पाकिस्तान की नापाक हरकत पर क्या कहती है देश की जनता
पाकिस्तान की ओर से की जा रही फायरिंग और मंदीप सिंह के साथ हुई बर्बरता के बाद भारतीय सेना ने बड़ा बयान दिया है। सेना ने कहा है कि पाकिस्तान की इस कायराना हरकत का मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा।
फिलहाल सीमा पर जो जवान शहीद हो रहे हैं वो हमारी सुरक्षा को लेकर ही तैनात हैं। ऐसे में क्या हमारा फर्ज इन जवानों के प्रति कोई नहीं है। आइये इस दिवाली को हम अपने जांबाज जवानों के नाम कर दें। कम से कम एक दीया उनके नाम पर जलाएं। यही उन जवानों को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।