दिन में ऑफिस और रात में ISIS का ट्विटर हैंडल ऑपरेट करता मेहदी
बेंगलुरु। शुक्रवार को आईएसआईएस के ट्विटर अकाउंट को बेंगलुरु से ऑपरेट करने वाले मेहदी मसरुर बिस्वास के बारे में बैंगलोर की पुलिस की ओर से कई अहम जानकारियां दी गईं। खास बात यह है कि जहां मेहदी इस बात को कुबूल कर रहा है कि वह आईएसआईएस के लिए ट्विटर हैंडल को ऑपरेट करता था तो वहीं उसके पिता ने मीडिया के साथ बातचीत में इस बात से साफ इंकार कर दिया।
शनिवार को बैंगलोर पुलिस की ओर से एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की गई। कर्नाटक राज्य के डीजीपी, आईजीपी और बैंगलोर के पुलिस कमिश्नर की ओर से हुई प्रेस कांफ्रेंस में कई अहम जानकारियां सामने आई हैं।
दर्ज हुई मेहदी पर एफआईआर
इंटेलीजेंस की ओर से बैंगलोर पुलिस को मिले कई अहम इनपुट्स हासिल हुए थे। यह इनपुट आईएसआईएस के ट्विटर हैंडल @ShamiWitness से जुड़े थे। बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर एमएन रेड्डी की ओर से इस बात की पुष्टि की गई है कि उन्होंने ज्वाइंट सीपी क्राइम हेमंत निंमाबलकर और डीसीपी क्राइम अभिषेक गोयल के नेतृत्व में एक स्पेशल टीम बनाई है।
मेहदी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने आईपीसी, यूएपी एक्ट और आईटी एक्ट 2000 के तहत उस पर केस दर्ज किया है। डीसीपी क्राइम की ओर से इसकी जांच शुरू कर दी गई है। कई सिक्योरिटी एजेंसियों के साथ मिलकर बैंगलोर पुलिस इस केस पर आगे बढ़ रही है।
मेहदी ने कुबूला सच
- मेहदी ने इस बात को कुबूला है कि वह पिछले कई वर्षों से @ShamiWitness को ऑपरेट कर रहा था।
- टर्की, सीरिया, लेबनान, इजरायल, गाजा पट्टी, इजिप्ट और लीबिया में वर्ष 2003 के बाद से जो कुछ हुआ उसमें मेहदी खासतौर पर रुचि लेने लगा था।
- मेहदी दिन में अपने ऑफिस में काम करता और फिर देर रात इंटरनेट पर सक्रिय रहता।
- उसने 60 जीबी का इंटरनेट कनेक्शन प्रति माह की दर पर ले रखा था।
- वह न्यूज वेबसाइट्स पर आईएसआईएस और आईएसआईएल से जुड़ी खबरें जरूरत पढ़ता था।
- 17,000 से ज्यादा लोग उसे ट्विटर पर फॉलो करते थे।
- आईएसआईएस से जुड़े सारे डेवलपमेंट्स पर मेहदी काफी उग्र तरीके से ट्वीट करता था।
- वह आईएसआईएस के अंग्रेजी बोलने वाले आतंकियों के काफी करीब था।
- इस तरह से वह आईएसआईएस और आईएसआईएल में शामिल होने वाले नए लड़कों के लिए एक बेहतर जरीया बन गया।
- अपने सोशल मीडिया कैंपेन में उसने एशिया की कई ताकतों के खिलाफ युद्ध छेड़ने के एजेंडे को आगे बढ़ाने का काम किया।
- मेहदी अपनी असली पहचान सबसे छिपाकर रखता था।
- उसे इस बात पर पूरा यकीन था कि उसे कभी पकड़ा नहीं जाएगा।
- उसकी पहचान को ब्रिटेन के चैनल 4 ने दुनिया के सामने लाकर रख दिया।
- चैनल4 के पास जो जानकारियां थी, उसे उन्होंने भारतीय एजेंसियों को मुहैया कराया।
- बैंगलोर पुलिस की एक टीम कर्नाटक की इंटरनल सिक्योरिटी डिविजन के साथ मिलकर काम करेगी।
शनिवार तड़के गिरफ्तार हुआ मेहदी
- बैंगलोर पुलिस के मुताबिक 24 वर्षीय मेहदी को शनिवार को तड़के उसके अर्पाटमेंट से पुलिस ने हिरासत में लिया जहां वह किराए से रहता था।
- मेहदी पश्चिम बंगाल का रहने वाला है और वह वर्ष 2012 से बेंगलुरु में एक मैन्यूफैक्चरिंग एग्जिक्यूटिव के तौर पर काम कर रहा था।
- उसे बतौर सैलरी प्रतिवर्ष 5.3 लाख रुपए मिलते थे।
- वह पेशे से एक इंजीनियर है। उसके घर में दो बड़ी बहनें हैं जो पश्चिम बंगाल में उसके माता पिता के साथ रहती हैं।
- मेहदी के पिता राज्य के इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड से रिटायर हुए हैं।