बलूच नेता ने कहा- हमारे लोगों का दर्द समझते हैं पीएम मोदी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बलूचिस्तान के लोगों का दर्द समझते हैं। उनके नेतृत्व में 70 साल में पहली बार भारत से सहयोग मिला। यह बात बलूच नेता मजदक दिलशाद बलोच ने कही।
उन्होंने कहा कि भारत के स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को लाल किले के प्राचीर से पीएम मोदी के भाषण ने अहम रोल अदा किया जिससे बड़े स्तर पर लोगों को पाकिस्तान का बलूचिस्तान पर हो रहे अत्याचार की जानकारी हुई।
पाकिस्तान के लिए चीन ने भारत को दिया एक और बड़ा झटका
हालांकि कार्यक्रम बलूच राष्ट्रीयता के दौरान पाक के लेखक तारेख फतेह ने मजदक के दावे का जवाब देते हुए कहा कि निर्वासित बलोच नेता ब्रम्हदाग बुग्ती को मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए भारत लाया गया था।
बुग्ती ने हाल ही में भारत से शरण मांगी है।
मजदक ने कहा कि भारत हमारे साथ है। नरेंद्र मोदी हमारा दर्द समझते हैं। बीते 70 सालों में कोई बलूच नेता भारत नहीं आया। लेकिन अब हम आए हैं और हम प्रतिक्रिया से खुश हैं। हम भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को संयुक्त राष्ट्र महासभा में दिए भाषण पर उनको धन्यवाद कह रहे हैं।
सर्जरी के बाद बेहोश मरीज सरीखी हो गई है पाकिस्तान की हालात- रक्षामंत्री
उन्होंने कहा कि आज एक ऑटो वाला भी पूछता है कि क्या मैं वही बलोच हूं जिसके बारे में मोदी जी ने बोला था। 15 अगस्त के बाद से मेरे साथ ऐसा कई बार हो चुका है।
हाल ही में भारतीय सेना की ओर सीमा पर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के संदर्भ में पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए मजदक ने कहा कि हर कोई जानता है कि किसने कश्मीर स्थित उरी में आतंकियों को का हमला किसका रचा हुआ था।
सर्जिकल स्ट्राइक की रात चांद ने भी दिया था भारतीय सेना का साथ