कश्मीर हिंसा: पैलेट गन की जगह इस्तेमाल हो सकते हैं मिर्च से भरे गोले, गृह मंत्रालय पहुंची रिपोर्ट
नई दिल्ली। कश्मीर हिंसा में उपद्रवियों को शांत करने के लिए इस्तेमाल की जा रही पैलेट का विकल्प तलाश लिया गया है। इसके साथ ही सुरक्षाबलों के पास से पैलेट गन की विदाई भी जल्द हो सकती है। पैलेट गन की जगह अब मिर्च से भरे 'पावा शेल्स' का इस्तेमाल किया जा सकता है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से बनाई गई विशेषज्ञ कमेटी ने मिर्च पाउडर से बने 'पावा गोलों' को पैलेट गन के विकल्प के तौर पर सुझाया है। यह पैलेट गन की तुलना में कम घातक है। इसके इस्तेमाल से प्रदर्शनकारी थोड़ी देर के लिए निष्क्रिय स्थिति में पहुंच जाएगा।
आंसू
गैस
के
गोलों
को
और
असरदार
बनाने
का
सुझाव
कमेटी
ने
गृह
मंत्रालय
को
कहा
कि
पैलेट
गन
की
जगह
पावा
गोलों
और
कैप्सिकम
गैस
का
इस्तेमाल
किया
जाए.
साथ
ही
आंसू
गैस
के
गोलों
को
और
असरदार
बनाया
जाए,
इससे
शारीरिक
तौर
पर
कोई
जख्मी
नहीं
होगा।
सुरक्षाबल
इस
विकल्प
से
असंतुष्ट
इंडियन
एक्सप्रेस
के
मुताबिक,
सीआरपीएफ
के
एक
अधिकारी
ने
इस
विकल्प
पर
असंतुष्टि
जताई
है।
उन्होंने
कहा
कि
ऐसे
विकल्प
पहले
भी
टेस्ट
किए
जा
चुके
हैं,
लेकिन
पैलेट
गन
की
तरह
कोई
असरदार
नहीं
है।
ये
विकल्प
भीड़
नियंत्रण
के
लिए
असरदार
नहीं
रहे।
पढ़ें: तीन माह पहले ही हो चुकी थी कश्मीर का माहौल बिगाड़ने की साजिश
बता दें कि कश्मीर घाटी में जारी हिंसा में अब तक दो हजार से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। जिसके बाद पैलेट गन के इस्तेमाल पर रोक लगाने की मांग उठी है।