आतंकी ने किया खुलासा, कश्मीर हिंसा में पाकिस्तान का हाथ
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में जारी हिंसा के दौरान 25 जुलाई को गिरफ्तार किए गए बहादुर अली ने कैमरे पर अपना बयान दिया है। फिलहाल वह राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की कस्टडी में है। एनआईए के अनुसार बहादुर अली ने खुलासा किया है कि लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के ट्रेनिंग कैंप में 30-50 लोग शामिल थे जो ट्रेनी थे। वे सभी ट्रेनी देश के विभिन्न हिस्सों से आए हुए थे। अली के अनुसार इन लोगों में अफगानिस्तान और पाकिस्तान के लोग भी ट्रेनिंग ले रहे थे।
एनआईए का कहना है कि बहादुर अली को जमात-उद-दावा ने भर्ती किया था। बहादुर अली के बयान के आधार पर कश्मीर की हिंसा में एलईटी की भूमिका की जांच की जा रही है। जो आर्टिकल प्राप्त हुए हैं उनके अनुसार आतंकियों को कुछ कोड दिए गए थे। इससे यह पता चलता है कि किसी बहुत ही प्रशिक्षित व्यक्ति ने उन्हें ट्रेनिंग दी थी।
एनआईए ने हर तरह के सबूत इकट्ठा कर लिए हैं। उनके अनुसार बहादुर अली को कश्मीर हिंसा की वजह से बन रही स्थिति का फायदा उठाने के निर्देश मिले थे। बहादुर अली के अनुसार वहां पर सेना के कुछ लोग भी थे जिन्होंने सिविल ड्रेस पहनी थी। एनआईए के आईजी संजीव कुमार का मानना है कि बहादुर अली 11 या 12 जून को भारत की सीमा में कुछ एलईटी के लोगों के साथ दाखिल हुआ था।